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आ जा झूमू जिंदगी

12 दिसम्बर 2021

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उमड़ उमड़ कर 
घुमड़  घुमड़ कर 
मन में उठे हिलोर,
हर एक पल 
को जी भर जी लूं,
यही गाए मन मोर,
ढूंढ ढूंढ कर हर खुशियों
पकड़ लूं कस कर,
जिसका ओर न छोर,
sayyeda khatoon

sayyeda khatoon

सुंदर भाव 👌👌

12 दिसम्बर 2021

Ranjana

Ranjana

13 दिसम्बर 2021

Thanks mam

4
रचनाएँ
जीवन के बाजार,
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यह हमारी एक कविता का शीर्षक है जिस कविता को हम बाजार नाम से प्रकाशित करना चाहते हैं, 5 भाग है जो आप सबके सामने सब दिन पर हम लिखकर अपनी रचनाओं का संकलन आप सबके सामने पेश करते हैं।

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