मै तुझसे इक गुज़ारिश करता हूँ ।😍💝
खोल दे तु तेरे दिल का दरवाज़ा उसमें समाना चाहता हूं ॥
❤️💝
तेरे दिल के घर में इक कोना चाहता हूँ ।❤️💝
दे दे पनाह उसमें रहना चाहता हूँ ॥❤️💝
कहने लगे है लोग हमें नाकाबिल आवारा ।❤️💝
बस तु मुझे काबिल बना दे मैं ये चाहता हूँ ॥❤️💝
मुस्किल होगा बताना कि मैं तुम्हें कितना चाहता हूँ।❤️💝
तुम्हारी आने वाली हर हिचकियों के लिए माफी चाहता
हूँ ॥❤️