मैं एक हॉस्पिटल में बतौर मार्केटिंग मैनेजर काम करता हूँ .मुझे लिखने का शौक है.मैं नए लोगों से मिलना भी पसंद करता हूँ.
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" आबरू आजकल कितनी सस्ती यहां बेटियां अपनेपण को तरसती यहां भेड़िये फिर हवस के निकल आये हैं घूमेंगे फिर से हर एक बस्ती यहाँ बढ़ रही है यहाँ आज शैतानियत