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अंधकार

Harishchandra Shinde

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किसान का परिश्रम विफल होने से उसका जिंदगी को देखनेका नजरिया बदल जाता है । उसकी कुछ जानी कुछ अन्जानी गल्तियोंसे उसका जिवन तीतर बितर हो जाता है । रोजी-रोटी के चक्कर में शहरमें कारखानोंमें काम करते करते उसकी तकदीर बदल जाती है । वो शराब के अधिन हो जाता है। मगर एक गलती सुधारने के लिए कई गलतियाॅ कर बैठता है जिससे उसका जिवन अंधकारमय हो जाता है । 

andhkar

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