....... आशा ओर निराशा दोनों,
मुझसे हैं, तू ना हो उदास यह,
जिंदगी तुझसे हैं, कोई खफ़ा हैं,
हमसे तो कोई जुदा हैं,
इस जिंदगी में हर कोई,
रुसवा हैं, कहा वक़्त रहता,
हैं.... मेरे पास हर किसी को ,
मेरे काम - काज से सिकवा हैं,
ज़रा सा मुझे भी लेने दो,
खुलकर एक सांस,
मुझसे भी मेरी जिंदगी,
रुसवा हैं, कहां दे,
पाती हूँ, मैं खुद
को समय यह,
इस समय का सारा दोष हैं,
कोई नहीं,
पास मेरे एक आशा,
एक निराशा हैं, जीने दो मुझे भी ख़ुशी,
एक पल यही मेरी,
अभिलाषा हैं.