दिल कि बात उनसे
कही नहीं जाती जागते -जागते
सारी रात कट जाती उनका मासूम
चेहरा हर पल उनकी याद दिलाती
छाता लेकर बारिश में "मैं "उनसे मिलने
जाती दुर खड़ी आँखे उनसे टकरा जाती
दिल कि बात बताने मैं मुझे उनसे बहुत
लाज आती शर्म के मारे मेरी आँखे झुक
जाती पर उनसे दिल कि बात कहें नहीं
पाती.....
स्वरचित ✍️
निक्की तिवारी