💕 इतनी भीड़ में भी तन्हा,
हूँ "मैं....... है, सब जानें - पहचानें,
फिर भी तन्हा हूं मे, वक़्त का
भी कुछ पता नहीं कहां हूं में,
बस इतना याद है, की भीड़ में,
बहुत तन्हा हूं में, नहीं
जिंदगी से मुझे कोई शिकायत,
अपने आप से हि परेशान हूं में,
नहीं कोई गिला - शिकवा
अपनों से बस खुद से हि ..... . तन्हा हूं में.