30 अगस्त 2020
ये आंखें मस्तानी है,उसे चंचल चितवन की दी गई उपमा है; कभी झुकती पलकों के नीचे से झांकती दिखती ये उपमा है।कभी मदहोशी का आलम बिखेरती,नशीली,नखराली,शोख चंचल;तो कभी निस्तब्ध,गंभीरता क