सबकी खुशी की वजह हूँ,
बस खुद से लापरवाह हूँ,
सबकी खुशियों का ख्याल रखती हूँ,
फिर भी कोई नही मेरी परवाह करता है,
तभी तो दुनिया में बेटी बनकर
आती हूँ,
मुझे समझने की भूल न करो ,
मैं यूँ ही बेबजह नही आती हूँ।
अपने बाबा की जान होती हों,
जिसे वो कन्यादान कर देते हैं,
कभी सताने की सोचना मत,
जिंदगी भर मेरे बाबा का एहसान मानना।
मुझे यूँ ही समझने की भूल न करो,
दिल से अमीर होते हैं,
एक आँसू पर,
दुनिया की सारी खुशियाँ खरीद लाते हैं,
ये हुनर तो बस एक बेटी के,
बाबा के पास होता है।
इसके सिवा और किसी में नही,
होता है।
चाहे वो गरीब हो या अमीर हो,
हर बेटी अपने बाबा के,
कलेजे का टुकड़ा होता है।
उसकी हर खुशी और गम के,
उनका आशीर्वाद साथ रहता है।
तभी तो हर बेटी हर मुश्किल से,
टकरा जाती है बस अपने,
माँ बाबा के दुआओं वजह से।
बात कड़वी है पर सच्ची है न।।
राष्ट्रीय बालिका दिवस की बहुत सारी शुभकामनायें।।