13 अप्रैल 2023
47 फ़ॉलोअर्स
D
"ख़ुशी" 1.....खुशी थी इकरार की,खुमारी थी प्यार की,सोची कब हो तैयारी,मिलने की यार से,चलो इंकार खत्म हुआ,खुशियों का इकरार हुआ,आज प्यार का इजहार हुआ।नादानी 2.....चलो थोड़ी सी नादानी कर बैठ
शीर्षक --नववर्ष जिंदगी की उड़ान के संग,नई उम्मीदों के दामन थामे,जिंदगी की एक नई,शुरुआत के संग,नये साल के पहले दिन,को हर पल सजा लेना है।एक नई उम्मीद के संग,कभी हार कर,कभी जीत कर,जिंदगी को यूँ ही,जी
शीर्षक --❤काश मेरा बचपन ❤काश मेरा वो बचपन न खोया होता, कितने प्यारे वो दिन थे! दादा दादी का प्यार था, बुआ चाचू का दुलार था! काश मेरा वो बचपन न खोया होता, माँ&
लोहड़ी सर्दियों की थरथाराहट के संग,खुशियों की आहट के संग,आओ चलो लोहड़ी मनाते है,रिश्ते और दोस्ती के प्यार की गर्मआहाट के संग।हैप्पी लोहड़ीआप सबको 🙏🙏
शीर्षक --वजह सबकी खुशी की वजह हूँ,बस खुद से लापरवाह हूँ,सबकी खुशियों का ख्याल रखती हूँ,फिर भी कोई नही मेरी परवाह करता है,तभी तो दुनिया में बेटी बनकरआती हूँ,मुझे समझने की भूल न करो ,मैं यूँ ही बेब
शीर्षक --नमन शहीदों को देश भक्ति के लिए खुद को,कुर्बान कर दिए। इश्क से बढ़कर मिशालदे गए।बिना अपने जान की परवाह किये,खुद को देश के लिए निसारकर गएऐसे इश्क में खुद को कुर्बानहोकरभारत वासिय
शीर्षक --शिवशिव और शक्ति की कर लो भक्तिसच्चे मन से भक्तों होगी सारी इच्छाओं की प्राप्तियही तो आदि भी हैं अनंत भीइन्हीं से होती है प्रेम की अनुभूतिहर हर महादेव जय महाकाल सुकूनमहाश
शीर्षक ----अलविदा बचपन अलविदा बचपन कैसे कह दूँये तो यादों में हर पल रहता है।बचपन का घर जहाँ रहती थी,बचपन की सारी खुशियाँ होती थी।जहाँ दादा दादी का प्यार होता था,जहाँ माँ बाबा का लाड़ ह
शीर्षक ----अलविदा बचपन अलविदा बचपन कैसे कह दूँये तो यादों में हर पल रहता है।बचपन का घर जहाँ रहती थी,बचपन की सारी खुशियाँ होती थी।जहाँ दादा दादी का प्यार होता था,जहाँ माँ बाबा का लाड़ होता थ
शीर्षक --राम की कृपाकृपा सिंधु सुखधाम राम जिनके चरणों में बैकुंठ धाम जो करते सारे सांसर का कल्याणभजो रात दिन उनका नामवही तो बना देंगे सारे तेरे बिगड़े काममुश्किलों से न घबरानाहमेशा मिले
शीर्षक ---दोस्त जिंदगी में दोस्त बहुत ही प्यारा होता है।जब एक अजनबी दिल के राजदार हो जाता है।जो साथ दे वही तो सच्चा दोस्त होता है।जो जिंदगी जीना सिखाये वही तो सच्चा दोस्त होता है।जो सही रास्ता दि
शीर्षक - भक्त हनुमान वो राम भक्त हनुमान सारे जग में बलवानवही तो कहलाते जग में महान भक्तों पर दया भी करनारात दिन जो करे तुम्हरे वंदनबस इतनी सी अरज सुन लोमहान सुजान प्रभु 
शीर्षक ---स्वस्थ तनजादूई शाम किस काम काबिना स्वास्थ केहम स्वस्थ रहेंगे तभी तोजादुई शामबनेगीसुहानी शामवरना बन जाएगीतन्हाई शाम तोजादुई शाम के लिएहमें और अपनेआस पास वाले को भीस्वस्थ रखना है तभ
शीर्षक --जालियावाला बागजालिया वाले बाग में सारे हिंदुस्तानी थे जब ये लिखी गई खुनी ये कहानी थी सब नारे लगा रहे थे इंकलाब कीज़ब दुनिया आजादी के दीवानी थीहिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई सब भूल कर ज़बअत
शीर्षक --देश का मसीहा देश का एक मसीहा बनके आया थासुख सुबिधाओं को जिसने ठुकराया थातूफानों से टकरा कर जिन्होंने नेहम सब को स्वाभिमान से जीना सीखलाया थावो कोई और नही थे बाबा साहब थे जिन्होंने भ
शीर्षक --मजदूर हाँ मैं मजदूर हूँ,लेकिन कमजोर नही हूँ,खून पसीने बहाता हूँ,फिर भी मजबूर नही हूँमेहनत से कमाता हूँ,देश का आधार हूँ,मत करो मुझसे,भेदभाव,सब कुछ भूल कर,हम मेहनत मजदूरी करते हैं।खुद के
माँमाँ हर गम की दवा होमाँ हर बदुआ की दुआ होमाँ हर मुश्किल की तुम हल होमाँ तुम चलती फिरती बैंक होमाँ तुम हर रिश्ते की तुरपाई होमाँ तुम ही तो खुशियों की चाबीफिर माँ क्यों रहती हो तन्हाई मेंकभी क्य
शीर्षक --पिताउस पिता पर क्या लिखूँ ?जो अपनी सारी ख्वाहिशयें लुटा दी,बिना किसी फरमाइश के,उस पिता पर क्या लिखूँ?जिनकी ख़ामोशी में भी,हिम्मत छुपी हो,जिनके हर आवाज में,दुआओं की बारिश हो,उस पिता पर क्या लिख
शीर्षक -----योग और संगीत एक गीत जिंदगी के लिए आज मिलकरगुनगुनाते हैं आओ सब मिलकर करें योग पाएं निर्मल कायाआओ सारे जहाँ को ये बात है बताना।ऐसा सुन्दर उपहार सारे जहाँ को मिला हैन लगता है रुपया
शीर्षक -रबरब की रहमत होखुशियों की बरकत होसबको ईद मुबारक होसबकी जिंदगी खूबसूरत होयही तो दुआ हैसबको एक दूजे से मोहब्बत होदिल में न किसी कोअब किसी के लिए नफरत होसबको ईद मुबारक हो सुकून
तोड़ गुलामी की जंजीरे अपने खून से रंग कर जब भारत माँ के वीरों नेये तीन रंगों का लहराया तिरंगाये केवल तिरंगा नही है ये भारत की आन बान शान है अपने वीरों के बलिदानों की आखिर
#Chandrayaan3 #MoonMission ओ चन्द्रयान तूने हिंदुस्तान को बना दिया महानदिला दिया एकनई पहचानगर्व से कर दियाऊँची शानजमीं से लेकर आसमान तकहौसले और मेहनत से इस पूरे जहान में
#राखीकाप्याररक्षा बंधन के धागों में बंधा है भाई बहन का प्यारसबसे प्यारा रिश्ता होता है संसार मेंकभी लड़ाई कभी प्यारहोती है छोटी मोटी तकरारफिर नही होता है प्यार कमतभी तो कहलाता हैये भाई बहन का त्य
शीर्षक --गुरु तुमको प्रणाम हे शिक्षक मेरे कैसे ऋण चुकाऊं मैंउस ज्ञान का जो आपने मुझे दिया खुद से मेरी पहचान करायाबार बार करूँ वंदन अपने गुरु का बिन गुरु मुझे कहाँ मिलता अक्षर का ज
शीर्षक --रिद्धि सिद्धि रिद्धि सिद्धि बुद्धि के दाता दूर करो हमारी अज्ञानताओ मेरे गणपति बप्पादिल को कितना भाताये रूप तेरा निरालाहर मुश्किल से तूनेसबको निवारा हैओ मेरे गणपति बप्पातुझसे
नये साल का पहला दिननई मुस्कान से सजा होगम से न हो कोई वास्ता सबकी जिंदगी में खुशियाँ दस्तक देयही दुआ करते हैं नये साल परसबके लिए इस नये साल केनई बेला पर नववर्ष की ढेर सारी शुभकामनायें
शीर्षक --- मेरे राम मर्यादा पुरषोत्तम रामपधार रहें हैं अयोध्या धामचारों दिशा में गुंज रहा हैसबके मुख से बस रामनामसज गई सारी धरतीआओ करो उन्हें सब प्रणामइनके नाम के बिना न मिलताकिसी को भी आरामतो
शीर्षक -- गणतंत्र दिवस 2024आयें हम सब मिल कर अपने शहीदों को सत सत नमन करते हैं।आओ हम सब मिलकर गणतंत्र दिवस का जश्न मानते हैं।उनके बलिदानों को कोई कैसे,भूला सकेगा,जिन्होंने ने नही की
ईद मुबारक हो सबको खुशियों और जश्न के संग सब ईद मनाएं यही दुआ करते है रब सेप्यार की खुशबू से सारा जहाँ महके हमेशा हमेशा ईद की खुशियों के संग सुकून
मतदान जरुरी हैसंविधान की रक्षा के लिए ये हमाराअधिकार ही नही है क़ानून व्यवस्था के लिए मतदान जरुरी हैभारत के विकास के लिएसम्मान के साथ एक नये बदलाव के संग मतदान सबके लिए जरुरी&n
जो सावन आएगा तो तेरे संग बूंदों को महसूस करेंगे सावन की फुहारों के संग अपनी धड़कनों के साथ रिमझिम सावन में रोम रोम भींगा देना अपनी प्रीत के रंग से बारिश क