अड़चने आएं तो क्या ?
अड़चने भी अजीब होती हैं, हर बार सामने उत्पन्न खड़ी हो जाती हैं,कर्म योगी उनसे डटकर सामना करते हैं चाहे जो हो पर जीतने की जिद, अड़चनों को नेस्तनाबूत कर देती हैं,इसलिए किसी ने कहा है -"तू किसलिए हताश है, तू चल तेरे वजूद की ओर,उस वक्त को सिर्फ