आज हमारे देश मे गरीबी के कारण छोटे - छोटे बच्चे मजदूरी करने को विवश है और हमारे उस्ताद लोग उन भूखे प्यासे बच्चो की मजबूरी का फायदा उठाकर उनसे कम पैसे में मजदूरी करवाते है और वे अपना पेट भरने के लिए मजदूरी करने के लिए विवश हो जाते हैं जिस उम्र में उन्हें स्कूल जाना चाहिए उस उम्र में वे होटलों पर बर्तन धोते हैं और अपना पेट भरते हैं हमारी सरकार भी इस ओर ध्यान नही दे रही है अगर हमारे देश से अशिक्षा दूर करनी है तो हमारी सरकार को बाल मजदूरी पर रोक लगानी होगी तभी हमारा देश शिक्षित हो पायेगा |