आजकल हमारे देश में नौजवानो के लिए साहित्य से लगाव ही नहीं |कविता,कहानी क्या है जानते ही नहीं |न लेखक को पहचानते हैं न कवि को |साहित्य से दूर ही रहते हैं वो तो आजकल अश्लील वीडियो ,अश्लील मूवीज एंव भोजपुरी के अश्लील गाने एंव फिल्मो को देखना पसंद करते हैं इन सबका हमारे देश मे तेजी से वृद्धि भी हो रहा है जबतक हमारे बच्चे कहानी ,कविता पढते थे तब इतने रेप ,बलात्कार ,कत्ल जैसे गलत कारनामे नहीं होते थे लेकिन अब तो वे अश्लील गाने एंव फिल्मो को देखकर उल्टे - पुल्टे हरकत करतें हैं और बलात्कार जैसे बुरे कारनामो को अंजाम देते है अगर हमे इन जैसी घटनाओ को रोकना है तो एक बार फिर हमें हिन्दी साहित्य कविता कहानी को बढावा देना होगा |