पढ़े-लिखे है युवा इस देश के,
बेरोजगारी है भरी, रोज़गार कहाँ !
अब पढ़ाई बस काम की रह गई,
नौकरी का ना अब अधिकार यहाँ !
डिग्री की मोटी पोथी बना ली हमने,
फिर भी ना मिलता सही रोजगार यहाँ !
कहने को तो देश लोकतंत्र है,
पर लगता है देश परतंत्र यहाँ !
देश की अर्थव्यवस्था,एक बात कहे सच्ची
भिखारियों की हालत,बेरोजगारों से अच्छी
डिग्री नहीं है हाथ में कटोरा,चाहे छोरी हो या छोरा
सबके पास कटोरे जितना ज्ञान,सरकार ने दी नयी पहचान
अब योग्यता को कटोरे से आस,
होके M.A. , B. A. पास …..
होके M.A. , B.A. पास
रखकर दो दिन का उपवास
एजुकेशन को लगा शॉक
बेरोजगार ढूंढे जॉब
और वोट बैंक के भूखे लोग
लगा रहे डिग्री का भोग
जवानी चबा रहे
उम्र साथ में बड़ा रहे
35 से ऊपर लड़का
लड़की 30 से ऊपर ब्याह रहे
ऐसे हो रहा युवाओं का विकास
होके M.A. , B. A. पास …
मूर्खों के हाथ सत्ता की डोड़ी,
शिक्षित वर्ग रोजगार की ताक मे खड़ा यहाँ !
पढ़े-लिखे है युवा इस देश के,
बेरोजगारी है भरी, रोज़गार कहाँ !
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