सुनसान सड़क थी, सूखी झाड़ियां ही सड़क के साथ-साथ इक्का-दुक्का दिखती थी, इसके अलावा कोई पेड़ नजर में नही आता था। सड़क पर अधिकतर रेत ही था। हवा भी रेत को चारो