इस पोस्ट को पढ़ने के बाद जरूर लगेगा कि स्वरा पैसे लेकर किसी भी मुद्दे पर सोशल मीडिया पर विरोध करती हैं. पोस्ट में गुजरात में एक दलित आदमी की मारकर हत्या करने का ज़िक्र किया गया है. मामला दो साल पुराना है. न्यूज आर्टिकल 2 अक्टूबर 2017 का है. पर स्वरा ने तारीख नहीं देखी. और ट्वीट कर दिया. इसके बाद ये पोस्ट वायरल हो रहा है. पोस्ट फेक है, ये बात खुद स्वरा ने बताई. स्वरा ने रिप्लाई किया है और सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि ये आर्टिकल 2 अक्टूबर, 2017 का है. जब आर्टिकल पढ़ा तो डेट नहीं देखी. गलती मेरी है. पर क्या अपराधी सलाखों के पीछे हैं?