करें प्रज्ज्वलित दीप स्नेह का
खुशियों की सौगात सजाएं ।
निर्मल तन-मन, स्वच्छ हृदय से
दीपों का त्योहार मनाएं ।।
दीप सदृश अनुशासित हम हों
कोमल तरल तैल सा मन हो ।
ज्योति समान खुद को रोशन कर
जनजीवन के साथी हम हों ।।
त्याग तपोमय जीवन कर दें
परहित खुद को अर्पण कर दें।
दीन-दुखी के सेवक बनकर
अपना सर्वस्व समर्पण कर दें ।।
नाश करें तम का धरती से
प्रकाश पुंज प्रवाहित कर दें।
उजियारा फैलाएं जग में
जीवन सबका जगमग कर दें ।।