दोस्तो ! दुश्मनी ठीक नहीं ,अपने आप से !दुश्मनी तो किसी से भी ठीक नहीं अलबत्ता अपने आप से तो बिलकुल नहीं ! आज अधिकतर लोगों ने खुद को इतना व्यस्थ कर दिया की अपनों के लिए भी समय नहीं !और अपने लिए भी नहीं , भाग -दौड़ भरी ज़िन्दगी में अपने लिए कुछ समय निकालो , आप कहाँ जा रहे है जा रहे है कि खुद को कम करते जा रहे हैं न तो झूठे सपने पुरे होंगे न सच से मुलाक़ात ! इसी तेजी में एक दिन ये रूह ,शरीर छोड़ देगी ! और रह जाएगी सच्चाई ! सच्चाई -कुछ नहीं जाएगा , ये हवा ,पानी , सब यहीं रहेगा ,पेड़ के पत्ते नये आयेंगे ,पुराने झड़ जायेंगे ,फुल खिलेंगे ,महकेंगे लेकिन आप नहीं है ! एक चर्चा होगा -वो ऐसा था , वो वैसा था ! सबसे मिलिए ,सबका सम्मान करिए , शांति से जीवन यापन करिए इससे जीवन में भी लाभ होगा और जीवन के बाद भी ---रामश्याम हसीन