यात्रा कहने को दो अक्षरों का शब्द जो व्यक्ति को बहुत सारे अनुभवो से रुबरु करवाता है बचपन से लेकर बुढ़ापे तक कि यात्रा, जन्म से लेकर मृत्यु तक कि यात्रा ,हम सब यात्री है ओर ये धरा ऐसी असंख्य कहानियों की साक्षी है लेकिन ये कहानी अपने आप में अनोखी है ओर इसमें क्या नया है ओर क्या अनोखा है , ये इस पुस्तक को पढ़कर आप सबको पता चल जाएगा। धन्यवाद