दिनाँक: 13.06.2022
समय : रात 11 बजे
सखी,
पहले बड़े- बड़े बिज़नेस हाउस इवेंट मैनेजमेंट करते थे। आजकल देश की राजनीति ही इवेंट मैनेजमेंट का घर बन गई है।
साहब हर इवेंट के लिए पोशाक बदलते है। तो भला बाबा कहाँ पीछे रहने वाले है। ईडी की पूछताछ को उनकी पार्टी ने बाकायदा एक राजनीतिक इवेंट बना दिया। दिल्ली की झुलसती गर्मी ने राजनीति का तापमान बढ़ा दिया।
इस मे सबमें बेचारी पुलिस का इवेंट खराब हो जाता है।
एक तो गर्मी की मार,
दूजे मीडिया की भरमार,
उसपर बीजेपी की बंपर सरकार,
तिसपर डंडे ना चलाने देने का अत्याचार।
बेचारी पुलिस!😢घड़ी के पेण्डुलकम की तरह इधर उधर भटकती रहती है। असलियत में इवेंट मैनेज तो पुलिस वाले करते हैं।
आपको क्या लगता है? इस एवेंटवा के मैनेजमेंटे से कौनो फर्क पड़ता है का इस नामुराद जनता को? हईं!!
गीता भदौरिया