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मेरी चुनी हुई कवितायें

गीता भदौरिया

15 अध्याय
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मेरी कुछ चुनी हुई कविताओं का संकलन आपके लिए 

meri chuni huee kavitaayen

0.0(9)


आपकी पहली ही कविता हिंदी राजभाषा बहुत शानदार है.


बहुत ही अच्छी कविताएं है, खासकर हिंदी राजभाषा पर।


सारी जविटाएँ बहुत ही बढियाहै


शानदार कविताएं

पुस्तक के भाग

1

आत्मविश्वास

26 अक्टूबर 2021
21
16
14

<div align="left"><p dir="ltr">कहते हैं वो, उम्र हो गई</p> <p dir="ltr">क्यों झमेलों में पड़ते हो?<b

2

हिंदी- राजभाषा

26 सितम्बर 2021
23
17
18

<p dir="ltr"><span style="font-size:18px" ;=""><span style="color:#000000;">भारत - भाल की बिंदी हूं

3

मनमौजी लेखक

10 नवम्बर 2021
18
15
8

<div align="center"><p dir="ltr"><b>मनमौजी लेखक</b><b></b><br> </p> </div><p dir="ltr"><br> </p> <di

4

पुराना इश्क

26 अक्टूबर 2021
11
11
7

<div>कुछ पुराने ख्याल के हैं हम,</div><div>और कुछ पुराना इश्क़ है हमारा,</div><div>उनकी जरा सी मुस्कु

5

शाम-ए-तन्हाई

13 नवम्बर 2021
14
12
10

<div><br></div><div><br></div><div><br></div><div>शाम, ख़ुशी, तन्हाई </div><div><br></div><div>

6

आत्मनिर्भर

18 नवम्बर 2021
11
11
5

<div><br></div><div><br></div><div>"उठ खड़ी हो अग्निशिखा-सी, </div><div><br></div><div>रौशन&nbsp

7

मेरी डायरी

19 नवम्बर 2021
15
12
13

<div><br></div><div><br></div><div>पल पल दिल के पास तुम रहती हो,</div><div>मेरी सुनती अपने दिल की कह

8

जिसकी लाठी उसकी भैंस

19 नवम्बर 2021
15
12
15

<div><br></div><div><br></div><div>सोनू सूद लॉकडाउन में, करते रहे मजूदूरों संग उठाईगीरी।</div><div>ह

9

होंसलों की उड़ान

19 नवम्बर 2021
9
10
8

<div>यूँ बेकरारी और परेशानी की खलिश ना होगी,</div><div>कभी घर पर बच्चों की मासूम शरारतें तो दे

10

आक्रोश

13 नवम्बर 2021
15
14
15

<div align="center"><p dir="ltr"><b><u>आक्रोश</u></b></p></div><div align="left"><p dir="ltr">वह मान

11

ओस की बूंद

30 नवम्बर 2021
17
12
10

<div>क्या कहूँ! मेरे लिए हीरा हो,</div><div>माणिक या कोहनूर हो तुम!</div><div>सीप के मुँह में अनजाने

12

भारत माँ का लाल

13 दिसम्बर 2021
1
2
0

<div><br></div><div><div align="left"><p dir="ltr"><br></p><p dir="ltr">है नमन तुझे भारत भूमि,</p><p

13

धूप की चादर

19 जनवरी 2022
2
3
2

गुनगुनी धूप की चादर ओढ़े,सुबह की चाय में ढलतीतुम आंगन में आती धूप सी,बिखरती आओ तो कोई बात बने। चमकी

14

समुद्रतट पर दीपस्तंभ(लाइटहाउस) की महिमा

9 अक्टूबर 2021
19
15
9

<div align="left"><p dir="ltr">निर्जन, विशाल तट, हो खुला आसमान, </p>

15

सागर की लहरें

6 नवम्बर 2021
15
15
13

<div align="left"><p dir="ltr"><span style="font-size: 1em;">वो सागर की चंचल लहरें,</span><br></p><d

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