समसामयिक विषयों पर मन की बातें साझा कर लेती हूँ। ना काहू से दोस्ती, ना काहू से बैर।।
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दिनाँक : 10 जून, 2022समय : दोपहर एक बजेप्रिय सखी,कल आप सभी ने जो सलाह और संवेदना दी, आज मेरे स्वास्थ्य पर उसका असर सिखाई दे रहा है। आज फीवर भी नहीं आया। पर गला अभी इन्फेक्टेड है। लगता है 3
दिनाँक : 09.06.2022समय : दोपहर 1 बजेप्रिय सखी,शीर्षक पढ़कर चौन्क गई क्या?द्रमुक नेता और राज्यसभा सदस्य टीकेएस एलनगोवन ने अपने एक विवदास्पद बयान में दावा किया है कि हिंदी तमिलों का दर्जा घटाकर ‘शूद्र’ क
दिनाँक : 11.06.2022समय : शाम 6 बजेप्रिय सखी,आजकल कुछ नेताओं को 3 जून और 4 जून की रोटी भी नसीब हो रही है..... जेल में। कौन सफेदपोश है और कौन नकाबपोश है ये तो पता नहीं, पर जब एक ही थाली के बेगनों
दिनाँक: 13.06.2022समय : रात 11 बजेसखी,पहले बड़े- बड़े बिज़नेस हाउस इवेंट मैनेजमेंट करते थे। आजकल देश की राजनीति ही इवेंट मैनेजमेंट का घर बन गई है। साहब हर इवेंट के लिए पोशाक बदलते है। तो भला ब
दिनांक: 14.06.2022समय : शाम 7 बजे।प्रिय सखी,पता है! मेरी कलीग को और मुझे, एक साथ फीवर आया। उसने कोरोना का टेस्ट कराया तो पॉजिटिव आया तो कल मैने भी टेस्ट कराया। आज मेरी रिपोर्ट भी पॉजिटिव है। दोस्ती हो
दिनाँक: 17.06.2022समय : शाम 10:30 बजेप्रिय सखी,शुभ संध्या!आफिस से आकर गर्म चाय के साथ गर्मागर्म आईडिया आया है। क्यों ना जनता एक योजना बनाये और सरकार से गुजारिश करे कि-1. सांसद ठ
"आपको पता है, नेताओं को ना तो बैकवर्ड से कोई मतलब है, ना फारवर्ड से। उन्हें केवल वोट बैंक से मतलब है। वे जिसे वोटों के लिए भरमा सकते है, उन्हें आरक्षण का झुनझुना पकड़ाकर वोट लेते हैं। जिन्हें वोट बैंक
दिनांक: 22.06.2022समय : शाम 7 बजेप्रिय सखी,12th में हमारी क्लास में सुनीता नाम की लड़की को टीचर ने मॉनिटर बनाया। वह ना तो पढ़ाई में टॉपर थी और ना व्यवहार मे बहुत अच्छी थी। हाँ! लम्बी तगड़ी सु
दिनाँक: 23.06.2022समय: शाम 7:30 बजे। प्रिय सखी,यह देश हमारा है और इसको समर्थ बनाने में हम तन, मन और धन से पूरा योगदान करते हैं। यानी मन लगाकर काम करते हैं और धन देकर टैक्स भरते हैं। ताकि दे
दिनाँक : 24.06.2022समय: रात 8 बजेप्रिय सखी,भारत में चाणक्य को राजनीति का पुरोधा कहा जाता है। कौटिल्य या चाणक्य ने युद्ध की स्थितियों से बचने के लिए राज्य की राजनीति में समाधान लाने क
दिनाँक: 27.06.2022समय : रात 12 बजेप्रिय सखी,सुना था कि राजनीति बड़ी कमबख्त चीज होती है। फिर सुना कि बिजनेस बड़ी कुत्ती चीज होती है। ऐसा कोई सगा नहीं होता, जिसको बिजनेसमैन ने ठगा नहीं होता। ले
दिनाँक : 28.06.2022समय : रात 8 बजेप्रिय सखी,3-4 दिन से अमेरिका की महिलाएं सड़कों पर हैं। एबॉर्शन का अधिकार कोर्ट द्वारा वापिस लेंने के फैंसले के खिलाफ पहले आंदोलन कर रहीं थीं। अब उन्होंने ध
दिनाँक: 29.06.2022समय: शाम 7 बजेप्रिय सखी,पता है रिश्ते बहुत नाजुक होते हैं और कुछ ही गलतफहमियां बड़ी समस्यायों की जड़ हो सकती हैं। कई बार हम अनजाने में अपनों को हर्ट कर देते हैं और आपको इस बात क