डायरी किसी के भी व्यक्तित्व का आईना होती है। तो मेरे व्यक्तित्व को जानने के लिए पढ़े-मेरी गीता दैनंदिनी - फरवरी 2022
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दिनाँक : 06.2.2022समय : रात 11 बजेप्रिय डायरी जी,हम कल ही वीणावादिनी सरस्वती माँ के घर आगमन पर खुशियां मना रहे थे और आज इतनी जल्दी सरस्वती सम, सुर-सम्रागी लता दी को अग्नि विसर्जित कर
दिनांक :4.2.2022समय : शाम 7:30 बजेप्रिय डायरी जीये सप्ताह इतना बिजी रहा कि क्या बताऊँ! तुमसे भी अच्छे से बात नहीं हो पाई। आफिस में यह एक एक्ट के रूल्स बनाने में निकल गया। सारा दिन मीटिंग होती है।
दिनांक : 01 फरवरी, 2022समय : शाम 7 बजेप्रिय डायरी,सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत्।सुबह 6:30 पर मैंने MH श्रद्धा चैनल पर मां वैष
दिनाँक : 02.2.2022समय : रात 8:35 बजेप्रिय डायरी जी,कुछ दिनों से में झाड़ू ढूंढ रहीं हूँ। नहीं! नहीं! 'आप' की झाड़ू की बात नहीं कर रहीं हूँ। मैं बात कर रही हूँ, आप की झाड़ू की। 7 सा
<div>दिनाँक : 03.2.2022</div><div>समय : रात 10 बजे</div><div><br></div><div><br></div><div>प्रिय डायरी जी,</div><div><br></div><div>क्या बचपन के मित्रों से आज भी मुलाकात होती है?</di
दिनांक : 04.02.2022समय : 7 बजे प्रात:प्रिय सखी,सुप्रभात!आपका दिन मंगलमय हो। ईर्ष्या ऐसी चीज़ है वो उन लोंगों से ज्यादा होती है जो लोग आपके बेहद करीब होते है। अनजान लोगों से ईर्ष्या कौ
दिनांक: 05.2.2022समय : शाम 7 बजेप्रिय डायरी जी,पहले हमारे माता-पिता कहा करते थे कि सरस्वती और लक्ष्मी कभी साथ नहीं आती। इसलिए गांव के मास्टर साब! हमेशा गरीब आदमी होते थे। लेकिन आज तो प्राथमिक शि
दिनाँक : 7.02.2022समय : रात 11:30 बजेप्रिय डायरी जी,किसी भी देश का इतिहास उनका गौरव होता है। कभी-कभी जब सत्ता बदलती थी तो इतिहास के साथ छेड़-छाड़ की खबरें आतीं थीं। लेकिन आजकल पॉकेट नावेल और
दिनांक : 09.02.2022समय : रात 11 बजेप्रिय सखी,मंगल भवन अमंगल हारी,द्रबहुसु दसरथ अजर बिहारी।होइ है वही जो राम रच राखा,को करे तरफ़ बढ़ाए साखा।॥ धीरज धरम मित्र अरु नारी,आपद काल परखिये चारी।।पता न
दिनांनक 11.02.2022समय : शाम 7 बजेप्रिय डायरी जी, एक बात बताऊं! आजकल मेरे बेड की साइड टेबल पर अरुंधति रॉय की उपन्यास "The God of small things" रखी है, जिसे मैंने लाइब्रेरी
डायरी: 13.2.2022समय : रात 8 बजेप्रिय डायरी जी,क्या आपको पता है कि पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार क्यों बढ़ रहे है? लॉकडाउन में जब सब कुछ बंद था, सबसे पहले शराब की दुकान क्यों खोली गईं? क्या आपको यह भी पता
दिनांक : 14.02.2022समय : सुबह 8 बजे आपको क्या लगता है? मरते समय, हम क्या सोचते है? हमे खुशी होती है, दुख होता है या पछतावा होता है?ऑस्ट्रेलिया की एक रिटायर्ड नर्स हैं, ब्रॉनी वेयर। इनकी बेस्ट सेल
दिनाँक: 15.02.2022समय : रात 9 बजेप्रिय डायरी जी,चुनाव का मौसम खत्म होने की कगार पर है और साथ ही सर्दियां भी खत्म होने की कगार पर है। क्या है कि चुनावी एहसास वैसे ही लोगों के राजनीतिक जीवन
दिनाँक : 16.02.2022समय : रात 8 बजेप्रिय डायरी जी,कोई भी हिंदी का कार्यक्रम हो और आपको सरस्वती वंदना के लिए सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की ये कविता सुनाई नॉय दे, ऐसा हो नहीं सकता।
दिनाँक : 17.02.2022समय : सुबह 7 बजेप्रिय डायरी जी,हेलो डायरी! नमस्कार ! कैसी हो?आज यूपी के एक गांव कुशीनगर का दूखद समाचार देखा। बहुत दुख हुआ कि शादी समारोह में हल्दी की रस्म के दौरान
दिनाँक : 19.02.2022समय : रात 11 बजेप्रिय डायरी जी,रेडियो के विषय में मेरी यादें जुदा है, सभी की अपनी यादें होती हैं।रेडियो के साथ मेरी आत्मा जुड़ी है। बचपन में जब से होश संभाला, रेडिय
दिनाँक : 23.02.2022समय : रात 9 बजेप्रिय डायरी जी,ना हो ए-दिल इतना भी हलकान,जिंदगी का फ़लसफ़ा है अनोखा।कभी खिलती है चेहरे पर मुस्कान,तो कभी देती है कमबख्त धोखा।।गीता भदौरिया
दिनांक : 24.02.2022समय : रात 9 बजेप्रिय सखी,आजकल चहुं ओर माथे की बिंदिया चमचमा रही है।लगभग हर चैनल पर महिलाओं ने चुनावी आकलन की कमान संभाल रखी है। हालांकि पुरुष भी अपनी टिप्पणी करने से पी
दिनाँक : 25.2.2022समय : रात 9 बजेप्रिय डायरी जी,आज मेरा दिन बहुत ही व्यस्त रहा और इसी व्यस्तता के बीच एक बड़ी खुशी की प्राप्ति भी हुई। किसी भी लेखक के लिए सबसे बड़ी खुशी क्या हो सकती है? निस
दिनाँक : 27.2.2022समय : दोपहर 12 बजेप्रिय डायरी जी,कल मेरी मैरिज एनिवर्सरी थी, जिसके लिए सभी ने शुभकामनाएं दीं। आशुजी ने तो अपनी डायरी में मुझे शुभकामनाएं देने के साथ साथ मेरे लिए एक प्यारी सी कविता भ
दिनांक : 27: 02.2022समय : रात 11:40लेखक कहकर बदनामना करना पाठकों,मै तो हर रोज दिनभर का हिसाब लिखा करती हूं।गीता भदौरिया
दिनांक: 28.2.2022समय : रात्रि 9 बजेप्रिय डायरी जी,बेलारूस में आज रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत हुई, पर दोनो की सहमति नहीं बनी। क्योंकि रूस पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है। पहले-पहल अकेले नजर आ रहे
दिनाँक : 28.2.2022समय : रात 12 बजेप्रिय डायरी जी,आपको पता है अध्यात्म क्या है?अध्यात्म का शाब्दिक अर्थ है – ‘स्वयं का अध्ययन। यानि - अध्ययन+आत्मगीता में श्रीकृष्ण ने कहा है – स्वभावो अध्यात्म उच्
दिनांक : 01 मार्च 2022समय : शाम 7 बजेप्रिय सखी,सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत्।यूक्रेन में आज एक भारतीय छात्र की मौत ने मन द्रव