दिनाँक : 11.06.2022
समय : शाम 6 बजे
प्रिय सखी,
आजकल कुछ नेताओं को 3 जून और 4 जून की रोटी भी नसीब हो रही है..... जेल में। कौन सफेदपोश है और कौन नकाबपोश है ये तो पता नहीं, पर जब एक ही थाली के बेगनों को टारगेट किया जाने लगे तो हैरानी और शक होना तो वाजिब है। अभी तो ऐसा लग रहा है कि कवियों से लेकर हुक्मरानों तक सभी एक मेमने के पीछे पड़े हैं कि तू पंजाब कैसे गया! देख! अब पंजाब तो क्या दिल्ली में भी तेरी ख़ैर नहीं! मेमना भी मिमियाते हुए घूम रहा है कि एक ही बार में मार दो, हलाल क्यों कर रहे हो।
मेमने की तरह ही आजकल म्यूजिक इंडस्ट्री का भी बुरा दौर चल रहा है। प्रतिदिन किसी गायक या संगीतकार की मौत की खबर आ जाती है।
बुरा दौर तो कश्मीर घाटी में भी चल रहा है। कश्मीरी पंडितों के मुर्दा पड़े मुद्दे को कश्मीरी फाइल्स ने जिंदा करके करोड़ों कमा लिए पर उसका भुगतान बेचारे कश्मीर में पोस्टेड हिन्दू सरकारी कर्मचारियों को करना पड़ रहा है। कश्मीर फाइल्स -2 की तैयारी ????
खैर! तू कौन? मैं खाम खाँ!!!
गीता भदौरिया