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,*फागुन की ऋतु आई *

22 फरवरी 2022

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*फागुन की ऋतु आई *

फागुन मास ,वसंत मन मोहक,मादक ऋतु छाई ,
मानो रंग रंगीली चुनरी ओढे ले रही धरा अंगड़ाई ।

शिशिर प्रकंपित अवनि अब तक बैठी ओढ रजाई,
बहने लगी पवन बासंती ,हर उपवन ने शोभा पाई।

जाग्रत हुए सब वृक्ष लताएं ,तुलसी जी ठिठुराई ,
छोड़ कर अपनी लाल चुनरिया, नव पल्लव सरसाई ।

नव ऋतु के छाते ही, होली की आहट आई ,
पापड़ , बड़ियां  सूखेंगे भर भर कर चारपाई ।

दहके अंगारों से रक्तवर्ण फूलों से लदे पलाश वन,
टेसू के जोगिया रंग रंजित प्रेमी युगलों के मन ।

एक तान,एक लय झूमेंगे राधा कृष्ण मुरारी ,
 राधा थामे रंग कमोरी कान्हा कर पिचकारी।

बैठे श्याम सखाओं संग ,चलो सखा सब बरसाने ,
खीजेंगी गोपियां ,राधिका ,देंगी मीठे मीठे ताने ।

उड़ेगा ब्रज में प्रेम रंग ,सृष्टि झूमेगी आनंद मग्न ,
जड़ीभूत मन जागे , आत्मा परमात्मा महा मिलन ।
      dr नीलम सिंह

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