( कोरोना महामारी) कोरोना की हवा भी बहुत अत्याचारी है , हर मुल्क हर नगर में सितम उसका ज़ारी है । दुनिया में आई ये बीमारी ऐसी है , बस जां की मांग करता ये यारो भिखारी है । उसके सितम से बचने का बस इक तरीका है, लोगों से दूर रहने में ही होशियारी है । ये सोचना ग़लत है कि मुझको न होगा ये , इंसानों की नफस का नया ये शिकारी है । यूरोप वाले इसकी तबाही से रो रहे, भारत को भी हराने लगा ये जुंआरी है । (डॉ संजय दानी) कोरोना की हवा भी बहुत अत्याचारी है , हर मुल्क हर नगर में सितम उसका ज़ारी है । दुनिया में आई ये बीमारी ऐसी है , बस जां की मांग करता ये यारो भिखारी है । उसके सितम से बचने का बस इक तरीका है, लोगों से दूर रहने में ही होशियारी है । ये सोचना ग़लत है कि मुझको न होगा ये , इंसानों की नफस का गजब का शिकारी है । यूरोप वाले इसकी तबाही से रो रहे, भारत को भी हराने लगा ये जुंआरी है । (डॉ संजय दानी)
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