गहरे घाव है ं
दुख का समन्दर सालों-साल भरा है
गम के गहरे निशां
अतीत की किताबों के बेतरतीब बिखरे पन्नों की
बिखरी सी कोई कहानी
पुराने दर्द, नये जख्म, पुराने जख्म हरे हैं
नहीं अभी तक भरे हैं
दिल में यादों के जाले लिपटे पड़े हैं
काश ! बेरहम वक्त ने साथ दिया होता
तो मेरा प्यार मेरे साथ होता, मेरे पास होता
ये वक्त मेरे लिए खास होता। **
धन्यवाद🙏