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**माटी की खुशबू**

20 दिसम्बर 2021

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रेगिस्तान में एक बूंँद बारिश की
दिलों को खुशगवार बना जाती है
बारिश की नन्हीं -नन्हीं  बूँदें माटी से
सोंधी- सोंधी सी खुश्बू बिखेर जाती हैं
तपती धूप में बारिश की बूँदें तन, मन, 
जीवन को खुशियों से भर देती हैं
ऐसे ही सूखे वीरान, रेगिस्तान से जीवन में
छोटी सी खुशियाँ रंग भर देती हैं
कुछ पल के लिए ही सही ,
दिल खुशियों से महक जाता है
मन  खुश्बूओं से चहक जाता है
कुछ पल के लिए ही सही, सुख के
आसमां खुल जाते हैं। 
जीवन का कुछ पल, कुछ लम्हाँ फूलों सा खिलकर
मन को प्रफुल्लित कर जाता है
मिट्टी से सोंधी- सोंधी सी खुश्बू
जब-जब आये मन आँगन दोनों
ही खुश्बूओं से भर-भर जाये
चारों तरफ हरियाली भरा मौसम
हवाएँ, फिजाएं खुशनुमा गीत गुनगुनाये ं
जीवन में खुश्बूओं  के रेले
दिल में अरमानों के हसीन मेले
बारिश की नन्हीं -नन्हीं मोती सी बूंँदो
से तृप्त हो जाता है तन -मन, जीवन धन
सोंधी सी मिट्टी की खुश्बू जादू सा बिखेर जाती है जीवन के आँगन में। 

 धन्यवाद🙏
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**आइना**

4 दिसम्बर 2021
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<div>आइना कभी झूठ नहीं बोलता</div><div>हमेशा सच को सामने लाता है</div><div>जो जैसा होता है बिल्कुल व

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**बहते आँसू**

5 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div><br></div><div><img style="background: gray;" src="https://shabd.s3.us-east-2.am

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**वादा**

5 दिसम्बर 2021
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<div>वादा वफ़ा का तोड़ तो न जाओगे</div><div>जिंदगी की मुश्किल राहों पर साथ छोड़ तो न जाओगे</div><div

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**मोहब्बत**

5 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>मोहब्बत शब्द ये जाना-पहचाना सा लगता है</div><div>दिलों में धड़कन बन दिल में ही र

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**मोहब्बत**

5 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>मोहब्बत शब्द ये जाना-पहचाना सा लगता है</div><div>दिलों में धड़कन बन दिल में ही र

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**इन्द्रधनुष सा जीवन**

8 दिसम्बर 2021
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<div>बारिशों से भीगा - भीगा है शमाँ</div><div>सुहाना मौसम ,हसीन जहां</div><div>बारिश के बाद नील गगन

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**जुदाई**

8 दिसम्बर 2021
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<div>कुछ रिश्तों में मिलन नहीं </div><div>सिर्फ जुदाईयां लिखी होती है</div><div>प्यार नहीं सिर्

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**दुख**

8 दिसम्बर 2021
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<div>जीवन सुख दुख का सागर है</div><div>इसे हर हाल में जीना होगा</div><div>चाहे जितना गमों की आंधी आए

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**रिश्ते**

8 दिसम्बर 2021
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<div>पल -पल ,हर पल बदलते रिश्ते ,मौसम की तरह</div><div>दिल में राजे वफ़ा ,आँखों में हुआ <span s

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**गम**

8 दिसम्बर 2021
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<div>अपना गम किसी को बता भी नहीं सकते</div><div>जख्में दिल किसी को दिखा भी नहीं सकते</div><div>ये कै

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**जख्म**

8 दिसम्बर 2021
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<div>कुछ जख्म इतने गहरे होते हैं</div><div>जो कभी नहीं भरते बल्कि</div><div>पल-पल, हर पल यादों के कु

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***वो अजनबी**

10 दिसम्बर 2021
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<div>वो था तो अजनबी मगर </div><div>था वो मेरे दिल का हमनवाँ</div><div>हमसफ़र, हमराज़ मेरा</div>

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**वो पुराने दिन**

10 दिसम्बर 2021
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<div>वो पुराने दिन, वो सुहाने दिन</div><div>स्मृतियों में पल - छिन में उड़-उड़ कर</div><div>अत

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**वो पुराने दिन**

10 दिसम्बर 2021
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<div>वो पुराने दिन, वो सुहाने दिन</div><div>स्मृतियों में पल - छिन में उड़-उड़ कर</div><div>अत

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*इंतज़ार**

10 दिसम्बर 2021
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<div>तेरे इंतजार में बैठी हूँ दिल थाम के</div><div>कब तुम आओगे मेरे ख्वाबों को हकीकत बनाओगे</div><di

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*इंतज़ार**

10 दिसम्बर 2021
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<div>तेरे इंतजार में बैठी हूँ दिल थाम के</div><div>कब तुम आओगे मेरे ख्वाबों को हकीकत बनाओगे</div><di

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*फरियाद**

10 दिसम्बर 2021
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<div>फरियाद किससे करे, किसे सुनायें इस दर्दे दिल की दास्ताँ</div><div>जिसे चाहें उसे कैसे भुलायें, क

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**घाव**

10 दिसम्बर 2021
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<div>गहरे घाव है ं </div><div>दुख का समन्दर सालों-साल भरा है</div><div>गम के गहरे निशां</d

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**यादों की छाँव में**

11 दिसम्बर 2021
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<div>तेरी यादों की छांव में</div><div>जिंदगी की साँझ में</div><div>अतीत के सुनहरे पन्नों में </

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**आँखों में**

11 दिसम्बर 2021
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<div>जिन आंँखों में हमेशा तेरा इंतजार था</div><div>उन्हीं आँखों में आज आसुओं का सैलाब है</div><div>र

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**आँखों में**

11 दिसम्बर 2021
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<div>जिन आंँखों में हमेशा तेरा इंतजार था</div><div>उन्हीं आँखों में आज आसुओं का सैलाब है</div><div>र

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**याद**

20 दिसम्बर 2021
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<div>एक गम हमको खाये जा रहा है</div><div>तुम छोड़कर चले गये</div><div>सब कुछ बार-बार याद आ रहा है</d

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**माटी की खुशबू**

20 दिसम्बर 2021
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<div>रेगिस्तान में एक बूंँद बारिश की</div><div>दिलों को खुशगवार बना जाती है</div><div>बारिश की नन्ही

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**वो जोर से हंसने लगी थी**

20 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>जिंदगी के शिखर पर वो चढ़ने लगी थी</div><div>उतार- चढ़ाव की सीढ़ियां वो गढ़ने लगी

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**वो जोर से हंसने लगी थी**

20 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div>जिंदगी के शिखर पर वो चढ़ने लगी थी</div><div>उतार- चढ़ाव की सीढ़ियां वो गढ़ने लगी

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**समय थकता नहीं**

20 दिसम्बर 2021
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<div>समय कभी रूकता नहीं</div><div>समय कभी थकता नहीं</div><div>समय का पहिया हर पल</div><div>चलता ही र

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**सुरमयी शाम**

20 दिसम्बर 2021
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<div>वो गाँव की सुरमयी शाम</div><div>वो बारिश का पानी</div><div>शाम सुहानी, वो यादें पुरानी</div><di

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**साथ**

20 दिसम्बर 2021
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<div>जिंदगी के पथ पर तुम</div><div>क्यों छोड़ गये मुझे अकेला</div><div>तुम्हारे बिना ये जिंदगी की</d

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**तेरी यादें संबल**

20 दिसम्बर 2021
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<div>किसे पता था की एक दिन ऐसा भी आयेगा</div><div>इस दुनिया में तुम न होगे, हम होंगें अकेले</div><di

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***यादों का कांरवां**

21 दिसम्बर 2021
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<div>तेरे बिना जिंदगी का हर पहर</div><div>सूना- सूना सा हो गया है</div><div>तेरी यादें सताती है</div

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**पिता**

21 दिसम्बर 2021
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<div>पिता वो सच्चाई की मूरत ह</div><div>जिसकी कोई नहीं सूरत है</div><div>पिता तपस्या की वो अनमोल कड़

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**पिता**

21 दिसम्बर 2021
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<div>पिता वो सच्चाई की मूरत ह</div><div>जिसकी कोई नहीं सूरत है</div><div>पिता तपस्या की वो अनमोल कड़

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**इश्क़**

21 दिसम्बर 2021
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<div>मैं तुममे, तुम मुझमें समाये है ं</div><div>ऐसे जैसे सीप में मोती</div><div>दीप में ज्योति<

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***नारी**

24 दिसम्बर 2021
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<div>नारी जीवन आसान नहीं</div><div>हर युग में नारी का तिरस्कार हुआ</div><div><br></div><div>इंसानों

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