वो पुराने दिन, वो सुहाने दिन
स्मृतियों में पल - छिन में उड़-उड़ कर
अतीत की खिड़कियों से झांककर
मानस पटल पर छा जाते
यादों के कोहरे से , दुख के बादल
छा जाते फिर कुछ क्षण में ,
पल-छिन में सुखद स्मृतियाँ
मन के किसी कोने को खुशियों
से प्रफुल्लित कर जाते
आंँखों में अतीत के चलचित्र मँडराते
बस अब तो रह गये हैं सुनहरी यादों के
वे पुराने दिन, सुहाने दिन।
धन्यवाद🙏