तेरे बिना जिंदगी का हर पहर
सूना- सूना सा हो गया है
तेरी यादें सताती है
तेरी बातें हर लम्हाँ रुलाती हैं
आँखों से आँसू बरसते हैं बारिशों की तरह
बसंत का मौसम भी देता है पतझड़ सा एहसास
बस अब तो तेरी खूबसूरत यादें ही फूलों की खुश्बू सा कराती हैं आभास
तेरा ही इंतजार, तेरा ही खवाब बनकर
सूनी आँखों में तैरता तेरा प्यार
जिंदगी का हर पल है तेरे बिना सूना
न तेरा साथ है, न तेरी बातें हैं सिर्फ
बुझते आस के दिए हैं, और तेरी यादों का
चलता कांरवां ।