पल -पल ,हर पल बदलते रिश्ते ,मौसम की तरह
दिल में राजे वफ़ा ,आँखों में हुआ ठहरा पानी
दुख, दर्द की कहानी
उम्र भर जिसे छिपाते रहे वही
राज के राज खोलते रहे
न आँखों में पानी, न शरम, हया की लाली
प्यासी नैनों की मूकभाषा दिल में उतर
धड़कन बन
सासों से सासों की डोर
जीवन का बंधन
रिश्तों का ये कैसा संबंध
रिश्तों के प्यार में
अविश्वास का ये कैसा
है शोर ।
धन्यवाद🙏