shabd-logo

हम लड़के है

27 जुलाई 2022

43 बार देखा गया 43
बेटियां नसीब से तो

बेटे दुआओं के बाद आते हैं, अजी हम लड़के है जनाब

हम कुछ जिम्मेदारियो के साथ आते है।

आधी उम्र जिम्मेदारियां

समझने में गुजर जाती है

तो आधी उसे निभाने में,

पूरा बचपन किताबो में

गुजर जाता है तो

जवानी कमाने में।

ये जिम्मेदारियां 

उम्र के साथ बढ़ती  हैं 

ये बुढ़ापे में भी कम नहीं होती

अजी कौन कहता है जनाब हम लड़को की जिंदगी में

गम नही होता।

Sumit की अन्य किताबें

भारती

भारती

बहुत खूब 👌🏻👌🏻

27 जुलाई 2022

किताब पढ़िए