इस्मत फ़रोशी से ज्यादा हो जहाँ इस्मतदर, बात ईमान की उस मुल्क में बेमानी है .बेपर्दगी की हिमायत में है एक भीड़ खड़ी, वो ही इस्मतदर के हिम्मत अफ़्ज़ाई है. (आलिम)
आजादी से पूर्व और विभाजन के दौर की सबसेप्रतिष्ठित लेखकों में से एक लेखिका इस्मत चुगताई को, आज 107वीं जयंती पर गूगलने ‘डूडल’ बनाकर अनौखे अंदाज में याद किया है । उनका जन्म 21 अगस्त 1915 को उत्तर प्रदेशके बदायूं में हुआ था और मृत्यु 24 अक्टूबर 1991 को मुंबई में हुई थी ।