श्री अरविन्द अलीपुर बम केस में एक आरोपी थे. अपनीपुस्तक, ‘टेल्स ऑफ़ प्रिज़न लाइफ’, में उन्होंने इस मुक़दमे का एक संक्षिप्त वृत्तांतलिखा है. यह वृत्तांत लिखते समय उन्होंने ब्रिटिश कानून प्रणाली पर एक महत्वपूर्णटिपण्णी की है.उन्होंने लिखा है कि इस कानून प्रणाली का असली उद्देश्ययह नहीं है की वादी-प्रतिवादि
देश वही है, मिटटी भी वही है पर सच मानिये अब इस देश से आर्यभट्ट, शुश्रुत, चाणक्य, भाष्कराचार्य, पतंजलि जैसे महान लोग नहीं निकलते यहाँ तक की इजराइल, नीदरलैंड, स्वीडन जैसे देश भी तकनीक में हमसे आगे है क्यूंकि हम अब भारतीय नहीं बल्कि अंग्रेज बनने चले है हम बच्चों को शुरू से