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काला धन ...... नेता जी के माथे पर बल

16 जुलाई 2015

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काहे माथे पर बल डाले ...... इन्ह से उन्ह चक्कर काट रहे हो.... पेट में अफारा हो गया का ? या सुसरी अब विदेशी दारू भी नहीं पचती.... पी कर घूमना पड़ता है. नहीं इ बात नहीं फिर क्वोनो टेप-वैप का चक्कर परेशान कर रहा है.... नहीं इ बात नहीं........ इ बात नहीं उ बात नहीं, तो फिर का अपने कुंवर साहिब क्वोनो परेशानी खड़े किये हैं.... कहीं कोई बलत्कार-व्ल्त्कार का का चक्कर तो नहीं हैं. चुपे रहो.......... जब देखो गटर-पटर करते रहती हो..... जाओ खाना लगाओ पहले बात बताओ, का परेशानी है. सुनो, परेसानी सुसरी बिदेश में पड़े पैसा की है. हाँ, उ तो कब से रखे है जब मंत्री थे... और खूब घोटाले किये रहे और पैसा स्विस बैंक में जमा करवा दिए.... वहाँ तो सेफ है. हाँ, सेफ तो था, पर अब वहाँ की सरकार ने फैसला कर लिया है, की किसी भी देस की सरकार यहाँ आकर कुछ कागज कारे करके, सभी खाते देख सकती है.... और पैसा भी वापिस ले जा सकती है... पर इ बात तो पुरानी हो गई, इसमें परेसान होने की का जरूरत है, सरकार क्वोनो गैर थोड़े ही है.... उसका का जरूरत पड़ी है – पुराने खाते खंगालने की. नहीं, अब उ बात नहीं है, इ सरकार पर अपनी पकड़ नहीं है...... इन्ह अब क्वोनो सुनवाई नहीं होती... फिर भी, आप अपने को रो रहे हो, इ लोग भी पिछले ६-७ बरस से सरकार चला रहे हैं, कुछ न कुछ इन्होने भी जमा कर लिया होगा..... उ फिल्म नहीं देखि थी.... वक्त.. उमे राजकुमार बोले थे, “शिनाय सेठ, जिसके अपने घर शीशे के हों, दूसरों पर पत्थर नहीं फैंका करते.” बस. कौन जाएगा... अरे, सरकार से ज्यादा डर उ बाबा से है, सुसरा खुदे तो न कोई बाल-बच्चा, लौकी का जूस पीकर गुज़ारा करता है, हल्ला कर रहा है – पैसा देश में मंगवाओ – पैसा देश में मंगवाओ. अरे हल्ला करने दो, कौन सुनता है, किसी बाबा की..... बाकि तो सभी आप जैसे ही हैं न – टोटली भ्रष्ट..... अरे धीरे बोलो, तुमहो तो बस........ तभी कहते है, बीवी पढ़ी लिखी होनी चाहिए..... कहाँ गवार से गुजारा करना पड़ रहा है...... हाँ हाँ पढ़ी लिखी होनी चाहिए...... तुमहो कौन से पढ़े लिखे थे.... या कौन सा रोजगार था..... इ तो सुकर करो, हमरे बाप नें तुमरे खानदान देख कर सादी कर दी. बिटिया को पढ़ा लिखा कर कौन सा तीर मार लिए..... देखो अपनी दोस्त को क्या-क्या कह रही थी......... अगर स्विस बैंक से पैसा देश में वापिस आ गया तो देश को क़र्ज़ नहीं लेना पड़ेगा. ३० साल तक बज़ट में कोई टेक्स नहीं लगेगा...... सभी गाँव सड़क से जुड जायेंगे. आधा पैसा भी आ जाए तो ५० करोड नयी नौकरियां होंगी. देश से गरीबी बिलकुल खत्म हो जायेगी........
मंजीत सिंह

मंजीत सिंह

वाह ,,,क्या लिखा है अभय जी .. वाकई में ... ये तो हो हगी रहा है ...हमारे नेता ही तो हमे खा रहे हैं

17 जुलाई 2015

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बन्दर एक परिचय !

28 जनवरी 2015
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मित्रो जैसा की आप जानते है इस देश में पढ़े लिखे गधो और अनपढ़ होसियार लोगो की कमी नहीं है मै भी उन में से एक हु और शायद आप भी हो ! तो अपना एक ही मोटो है मिल जुल कर चलते रहो मगर एकला चलो अपना राज्य बिहार है और आपको पता ही है बिहारी की खासियत ! बस चल रही है जिन्दगी और चला रहा हु मै ! मगर आप निरास न हो य

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वकवास ?

28 जनवरी 2015
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१. सभी को तो मालूम ही होगा की मै कितना वकवास करता हू और कितना पकाता हू खाना नहीं दिमाग ! आपलोग भी कर सकते है वकवास मगर अंडे के छिलके की तरह नहीं आदमी की तरह भी नहीं क्योकि हमलोग इस दुनिया के नहीं है तभी तो हर वेक्ट बुनिया छानते नजर आते है और हा बीबी से लात बहीखाते नजर आते है ! आगे लिख रहा हू तबतक इस

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कलियुग मे लंका सेतु निर्माण

28 जनवरी 2015
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साथियों, पेश है, लगभग तीन साल पहले लिखा हुआ मेरे एक लेख का रीठेल। यह एक काल्पनिक लेख है, इसका उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाना नही है। इसलिए इसको सिर्फ़ मनोरंजन की दृष्टिकोण से ही पढा जाए। सबसे पहले तो एक डिसक्लेमर: यह एक काल्पनिक लेख है, इसका उद्देश्य लोगों को हँसाना है, ना कि किसी

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राशिफल !

28 जनवरी 2015
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अभी चंद रोज पहले ही झींगालाला नामक एक ज्योतिषी की भी पैदाइश हुई है। जिस झींगालाला की मैं बात कर रहा हूं वे सिर्फ ब्लॉग का भविष्य बांचते हैं। देश के कुछ प्रसिद्ध ब्लॉग वाले उन्हें अपनी कुण्डली दिखा चुके हैं। फिलहाल झींगालालाजी ने राशि के हिसाब से कुछ जानकारियां दी है। आप यदि अपने को ब्लॉग बेता समझने

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आवश्यकता है एक गर्ल फ्रेंड की

30 जनवरी 2015
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निम्नलिखित पद के लिए आवेदन निमंत्रित की जाती है ! सभी प्रकार के पैकेज, लाभ आदि का विवरण नीचे दिया हुआ है , कृपया आवेदन करने से पहले सभी नियम , शर्ते एवं लाभ, पूर्ण रूप से पढ़ कर , अपनी अहर्ता जांच ले ! पद : जूनियर गर्लफ्रेंड / सहायक प्रेमिका अनुभव : कम से कम दो लडको की गर्ल फ्रेंड रह चुकी हो, तथा गर्

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गाली की परिभाषा ?

30 जनवरी 2015
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हिंदी के एक पीरियड में बिद्यार्थी ने दुसरे से पूछा :- गाली की परिभाषा बताओ ? तो दुसरे बिद्यार्थी ने जबाब दिया :- अत्यधिक क्रोध आने पर अहिन्सापुर्बक कार्यवाही करने के लिए शब्दों का वह समूह जिसके उचारण के पश्चात् मन को गहन शांति का अनुभव होता है , उसे हम गाली कहते है !

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पियक्कड़ी पर पीएचडी !

30 जनवरी 2015
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पियक्कड़ी पर पीएचडी यह लेख उन दारूबाजों को समर्पित है जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी दारु को समर्पित कर रखी है. ऐसा अक्सर देखा जाता है कि लोग दो तीन पैग पीने के बाद अजीब अजीब से हरकतें करने लगते है, ये लोग उन दारूबाजों कि तरफ से लिखा गया है, जो ज्यादा पीने के बाद महसूस करते है. दारूबाजों से निवेदन है कि

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नारी आठ आने में

30 जनवरी 2015
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काफी समय पहले कवि सम्मेलन टिकट से हुआ करते थे, एक बार पुरुषों के लिए टिकट था एक रुपया और महिलाओं के लिए आठ आने, एक जाने-माने कवि ने सम्मेलन का, शुभारम्भ इन पंक्तियों से किया - "जान हमने दे दी मान नारी का बढ़ाने में, आपने कमाल किया उसको घटाने में | नारियों की कीमत क्या नर से भी कम है जो, पुरुष एक रू

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३ पत्नियाँ

30 जनवरी 2015
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नई-नई शादी के बाद तीन देशों की पत्नियाँ आपस में मिलती हैं – अमरीकन पत्नि – सुहाग रात को मैंने पति से कहा झाड़ू, पोंछा, खाना पकाना, कपड़े-बर्तन धोना ये सब मैं नहीं करुंगी। अगले दिन पति नज़र नहीं आया, दूसरे दिन पति नजर नहीं आया, तीसरे दिन इन सब कामों की मशीनों के साथ दिखाई दिया। रुसी पत्नि – मैंने

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गोपी लौट आया

8 जून 2015
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जब स्कूल से घर आकर गोपी ने अपना बैग फर्श पर फेंका तो उस में से कुछ फटी हुई कापियाँ और पुस्तकें बाहर निकल कर बिखर गई। उसकी माताजी, जो पहले ही किसी कारण निराश-सी बैठी थीं, ने जब यह देखा तो उनका पारा चढ़ गया। उन्होंने एकदम उसके गाल पर थप्पड़ जड़ दिया और बोली, 'मॉडल स्कूल में पढते हो। वहाँ यही सब सिखा

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सपने

8 जून 2015
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"धत्, तेरे काकरोच की। फिर चुन्नी में छेद। इन तेलचट्टों ने तो नाक में दम किया हुआ है। अब चुन्नी भी खानी थी तो रेशमा गुप्ता की। कभी मेहर पद्मसी की चुन्नी चाट कर देखी है? मगर मेहर की चुन्नी, रेशमा की चुन्नी की तरह कमरे में तार की अरगनी पर लटकी नहीं रहती है रात भर। बन्द रहती है गोड

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काला धन ...... नेता जी के माथे पर बल

16 जुलाई 2015
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काहे माथे पर बल डाले ...... इन्ह से उन्ह चक्कर काट रहे हो.... पेट में अफारा हो गया का ? या सुसरी अब विदेशी दारू भी नहीं पचती.... पी कर घूमना पड़ता है. नहीं इ बात नहीं फिर क्वोनो टेप-वैप का चक्कर परेशान कर रहा है.... नहीं इ बात नहीं........ इ बात नहीं उ बात नहीं, तो फिर का अपने कुंवर साहिब क्वोनो परे

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