कहा चैन कहा अमृत है
स्क्रीन का जमाना यहां सब भिन्न है
फुरसत कहा आस पास नजर फेरने की
आभासी दुनिया में जब चित है
नए लोग नए लाइक क्या कहूँ
आज की यही लाइफ है।
सीताराम कवि
25 सितम्बर 2022
कहा चैन कहा अमृत है
स्क्रीन का जमाना यहां सब भिन्न है
फुरसत कहा आस पास नजर फेरने की
आभासी दुनिया में जब चित है
नए लोग नए लाइक क्या कहूँ
आज की यही लाइफ है।
सीताराम कवि