कस्तूरी भिंडी की खेती के लिए – कस्तूरी भिंडी के बारे में आप सभी अच्छी तरह जानते होंगे। भारत के जंगलो में कई प्रकार की जंगली भिण्डियाँ उगती हैं। जिनमें से सबका प्रयोग औषधि और अन्य व्यवसायिक कार्यों में होता है। उदाहरण के लिए कस्तूरी भिण्डी का उपयोग गुड बनाते समय अशुद्धियों को खत्म करने के लिए होता है।
बहुत तरह की भिण्डियां साग सब्जी के रूप में खाई जाती है जबकि इसकी फलियों को कच्चे रूप में ही नाश्ते में खाया जाता है। वैसे अब जंगलो के घटते क्षेत्र की वजह से अब इसकी पैदावार उतनी नहीं है। कस्तूरी भिण्डी की बढ़ती मांग और वनों में इसकी घटती उपलब्धता ने इसकी खेती को काफी उपयोगी बना दिया है। काफी शोध के बाद इसकी कृषि की उन्नत तकनीके विकसित हो गई हैं।
कस्तूरी भिंडी को अन्य किस नाम से जाना जाता है ?
मुश्क दाना,
कस्तूरी भिंडी की खेती के लिए जलवायु
उष्ण जलवायु कस्तूरी भिंडी के लिए अच्छी होती है।
जहां पर जलभराव ज्यादा हो वो उस क्षेत्र में यह ज्यादा पैदावार देती है। पाला कस्तूरी भिंडी के लिए खतरनाक है।
कस्तूरी भिंडी की खेती के लिए जरूरी मिट्टी /मृदा
कस्तूरी भिंडी किसी भी तरह की मिट्टी में उगाया जा सकता है।