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कवि प्रदीप का साहित्य संसार

कवि प्रदीप कुमार सहारनपुर

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कवि जब अपने में खो जाता है समंदर सा गहरा हो जाता है अपनों से क्या नाता गैरों से भी रिश्ता जोड़ जाता है कवि प्रदीप कुमार सहारनपुर शाकुंभरी देवी 

kavi pradip ka sahitya sansar

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