मन के आवेगो को पंक्ति बद्ध करने की कोशिश...
0.0(0)
56 फ़ॉलोअर्स
28 किताबें
<p>बोलो हर-हर बम-बम</p> <p> मिट जाए सारे गम।</p> <p> याद रखना नहीं भूल जाना</p> <p> भ
<p>त्योहारों का देश हमारा</p> <p>नाना प्रकार से खुशियां मनाता।।</p> <p>गजक, मूंगफली कितने भाते।</p>
<div>तम के रास्ते हैं घेरे हमें</div><div>कैसे बचे हर तरफ है घनघोर अंधेरे।।</div><div>लहरदार लंबे रा
<div>गुरु के गुणों का मैं गुणगान गाँऊ। </div><div>आलोक में उनके शीश झुकाऊ।। </div><div>&nb
कभी धूप कभी छाया। <div>प्रभु यह तेरी कैसी माया।।</div><div>तुमने यह जग रचकर।</div><div>कर डाला