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कोरोना

19 दिसम्बर 2022

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 Dr.Jyoti Maheshwari

Dr.Jyoti Maheshwari

कोरोना की दूसरी लहर में यह कविता मैंने लिखी। कोराना ने पूरे विश्व को जिस तरह तबाह किया निश्चय ही वह वक्त बहुत खौफनाक था। सभी बेहद डरे हुए थे। उस वक्त कोरोनावायरस को समाप्त करना दुनिया के सामने बहुत बड़ी चुनौती थी।

20 दिसम्बर 2022

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रचनाएँ
Jyotimaheshwari की डायरी
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फुर्सत के कुछ पलों में अपने आप को व्यक्त करने का माध्यम है यह। जिंदगी के कुछ अनदेखे अनकहे शब्दों को अभिव्यक्त करने का माध्यम है यह। जब आप बहुत खुश होते हैं या बहुत दुखी होते हैं तो अपने आप से बात करने का माध्यम है यह। समाज में हो रही उथल-पुथल का आपके जीवन पर क्या असर पड़ता है आप उसे किस तरह लेते हैं आपका अंतर्मन उसे किस प्रकार से स्वीकार करता है इसे व्यक्त करने का माध्यम है यह। अपने को कहने दूसरे को समझने वा समाज को जानने का माध्यम है यह है।
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एक लड़की की जिंदगी

28 नवम्बर 2022
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सोचती हूं कभी-कभीएक लड़की की जिंदगी भीक्या उसकी अपनी जिंदगी है?पैदा होने से पहले हीउसे मार दिया जाता है कोख में,सिर्फ इसलिए कि समाज कीअनजानी आकांक्षाए, उसकी शादी का खर्च ‌‌‌‌‌या फिर पुरुष होने का

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जिंदगी की भोर

2 दिसम्बर 2022
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अजनबी सी राहों मेंमैं कितना आगे बढ़ गईजिंदगी की भोर कब ढल गईपता ही न चलायह बचपन के दिन ,यह जवानी के दिनकब बीत गए ,पता ही ना चलायह घर ,यह बच्चे ,यह रिश्तेइन्हीं में बंधी रही मैं,जिंदगी की भोर कब ढल गईप

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मेहनत का फल

2 दिसम्बर 2022
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आज जब मेरा फोन घनघनाया तो मैं हैरान थी कि किसकी आवाज है ?किसका फोन है? पर फोन पर बात करने पर पता चला, यह उस निशा का फोन है, जो कभी गांव में मेरे साथ पढ़ती थी। और आज एक बड़े स्कूल में प्रिंसिपल है। मैं

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क्या लिखूं कैसे लिखूं

2 दिसम्बर 2022
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क्या लिखूं कैसे लिखूंमेरे पास कोई कहानी नहींकल सड़कों पर हुआ दंगाइन आंखों से अश्रु गिरा देता हैखून से लथपथ धरतीसड़क पर फैली लाशेंहाथों को कॅंपा देती हैक्या लिखूं कैसे लिखूसोचती हूं दोनों ही तो आदमी थे

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हिम्मत

2 दिसम्बर 2022
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लहरों से टकराकर नौकाहिम्मत कभी छोडती नही जूझती रहती है वह हरदम तभी तो मंजिल अपनी खोती नहीं. &nbsp

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शांति की ओर

2 दिसम्बर 2022
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लौट जाना चाहती हूं मैं फिर से पहाड़ों की ऊंचाइयों पर प्रकृति की गोद में उस निश्चल बहती सरिता के पासया पेड़ों पर चह

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प्रदूषण मुक्त भारत

2 दिसम्बर 2022
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आज पर्यावरण प्रदूषण ने मानव के सामने कई समस्याएं खड़ी कर दी हैं। विकास, तकनीकी, उन्नति के नाम पर मानव ने जंगलों को उजाड़ दिया है। हमारी जीवनदायिनी वायु इतनी प्रदूषित हो गई है कि सांस लेना मुश्किल हो ग

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जन्मदिन पर

5 दिसम्बर 2022
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जन्मदिन के शुभ अवसर परक्या दूं उपहार तुम्हेंस्वीकार इसी को कर लेनामां का प्यार,, आशीर्वाद तुम्हेंआज ही के दिन,आए थे तुम नन्हे से मेरी गोद मेंकूद रही थी तुम्हारी बहना पाकर तुमकोहर एक से कहती थी यह भाई

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स्वास्थ्य का महत्व

12 दिसम्बर 2022
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स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। यह एक पुरानी कहावत है पर आज भी स्वास्थ्य मनुष्य के लिए उतना ही प्रासंगिक है जितना पहलेथा। स्वास्थ्य के बिना हम कितना ही कुछ पाले सब बेकार है। अंतः जरू

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नदी के दो किनारे

13 दिसम्बर 2022
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नदी के दो खूबसूरत किनारों की तरहचल रहे हैं हम साथ साथहमारी सोच अलग ,हमारे सपने अलगहमारी बातें अलग ,हमारे अंदाज अलगनहीं मिल सकते हम कभीपर फिर भी चल रहे हैं साथ-साथऐसी ही है ज़िंदगीचलते रहते हैं ह

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शिक्षा एक किरण

17 दिसम्बर 2022
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शिक्षा ही अब एक किरणजिसको जाने हम सब जन।प्यार सिखाती राह दिखातीसरस्वती देवी कहलाती।छोटे बड़े का भेद मिटातीसबको है सम्मान दिलाती।सबसे अच्छी ,सबसे अच्छीजैसे कोई छोटी बच्ची।दुनिया का सवेरा हैइसके बिना अं

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राष्ट्रभाषा हिंदी

17 दिसम्बर 2022
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हिंदी भाषा प्यारी भाषाजन-जन की दुलारी भाषा।हिंदुस्तान की शान यही है राष्ट्रीयता की पहचान यही है।देवों का सम्मान यही है वेदों का ज्ञान यही है।भारत का निर्माण यही हैराष्ट्र की जान यही है।भारत

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सार्वभौमिक स्वास्थ्य दिवस

18 दिसम्बर 2022
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सार्वभौमिक स्वास्थ्य दिवस हमें याद दिलाता है की कोरोना जैसी महामारी ने किस प्रकार पूरे विश्व की ना केवल अर्थव्यवस्था को हिला कर रख दिया बल्कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या ने हमारी स्वास्थ्य व्

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कोरोना

19 दिसम्बर 2022
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विश्व में हो रहा हाहाकारकोरोना की पड़ी मारइंसानियत हो गई शर्मसारलाशों का पड़ा है अंबारआदमी आज रो रहा हैअपनों को खो रहा हैइसका है बस यही उपचारघर में रहो चुपचापना मिलो किसी से आपसाबुन से हाथ धोते

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गांव की लड़की

21 दिसम्बर 2022
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मैंने जब उसे पहली बार देखा, तो मुझे लगा कीअपने नए स्कूल में यह लड़की कुछ अलग ही है। नाम था उसका पीहू। वह पढ़ाई के साथ साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी आगे रहती। यही कारण था की अपने स्कूल की कुछ

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कटहल का पेड़

28 दिसम्बर 2022
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अनजाने में एक अंकुरित बीज मैंने जमीन पर बो दिया खाद पानी मिला छोटा सा वह बीज आज विशाल वृक्ष बनाआज उस पर चिड़ियों ने अपना डेरा जमाया गिलहरियों ने उछल कूद&nbsp

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आम का पेड़

28 दिसम्बर 2022
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मेरे घर के सामने आम का विशाल वृक्षआम से लदा हुआहर किसी का स्वागत करता हैजो भी जाता है उस रास्ते परबरबस ही उसकी दृष्टिऊपर उठ जाती है पेड़ की ओरलदे आमो की टहनियों परजो नीचे झुकी हुई हैसबको बु

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भारतीय लोकतंत्र

31 दिसम्बर 2022
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लोकतंत्र जिसका अर्थ है जनता का शासन, जनता के द्वारा, जनता के लिए। भारत एक लोकतांत्रिक देश है, हमारे यहां जनता के प्रतिनिधि जनता द्वारा चुने जाते हैं। विविधता में एकता लिए हमारा देश धर्मनिरपेक्ष ,पंथन

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नव वर्ष का संकल्प

1 जनवरी 2023
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पूरा विश्व नव वर्ष का स्वागत बहुत उत्साह व उल्लास के साथ नई उम्मीदों व नई आशाओं के साथ कर रहा है। पर्यटन स्थलों, होटलो ,पहाड़ों में चमक धमक के साथ घनी कोहरे की चादरों के बीच नववर्ष मनाया जा रहा है। पर

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देश में नकली नोट

3 जनवरी 2023
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नकली मुद्रा वह मुद्रा है जो राज्य अथवा सरकार की अनुमति के बिना अवैध तरीके से बनाई जाती है और प्रचलित की जाती है। अखबारों में, समाचारों में रोज ही ऐसी घटनाएं आती हैं की नकली मुद्रा बनाने वाले जालसाजों

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भारत का रूस से तेल आयात

5 जनवरी 2023
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भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक और उपभोग करने वाला देश है। यूक्रेन से युद्ध के बाद भारत रूस से तेल आयात कर रहा है। आज जब सभी देश रूस पर प्रतिबंध केपक्ष में है और रुस अकेला है तब भारत रूस

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राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन

5 जनवरी 2023
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 15 अगस्त 2021 को लाल किलेसे राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन का ऐलान किया था। इस का इसका मकसद भारत को ग्रीन हाइड्रोजन के प्रोडक्शन यूटिलाइजेशन और एक्सपोर्ट के लिए ग्

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रक्षा सहयोग की आवश्यकता

6 जनवरी 2023
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वैश्वीकरण के इस दौर में विश्व का कोई भी देश ऐसा नहीं है जिसे अपनी जरूरतों के लिए दूसरे देशों से कोई अपेक्षा नहीं हो। ग्लोबलाइजेशन में हम हर चीज के लिए एक दूसरे पर निर्भर है। ऐसे ही रक्षा सहयोग के लिए

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