हर इंसान के दिल में प्यार होता है, चाहे जैसा हो
0.0(0)
0 फ़ॉलोअर्स
1 किताब
यूँ जो बूंदे बारिश की... यूँ जो बूंदे बारिश की- आसमाँ से बरसती है, चली आओ छत पर कि- ये तुम्हे छूने को तरसतीं हैं| जो रूठ कर आती नहीं तुम- ये बादल चीखते गरजते है, आखिर तुम्हारी हसीं भीग