Krishna Tripathi
Hindi Poetry Writer Wish me on 🎂🎂🥳: 22th Feb #Poetry Writer🚗 #performer💃 #musiclover🎶 For events & collaboration ⬇️ Email 📧:krishnawriter8@gmail.com
डायरी की शायरी
मैं मेरे लिबास से नही मेरी सीरत से पहचाना जाता हूँ खूबसूरत चेहरे से नही खूबसूरत कामों से जाना जाता हूँ शुक्रिया ए मेरे खुदा जो तूने मुझे मुक्कमल इंसान बनाया मैं तेरी राह पे चलकर मैं तेरे नाम से जाना जाता हूँ
डायरी की शायरी
मैं मेरे लिबास से नही मेरी सीरत से पहचाना जाता हूँ खूबसूरत चेहरे से नही खूबसूरत कामों से जाना जाता हूँ शुक्रिया ए मेरे खुदा जो तूने मुझे मुक्कमल इंसान बनाया मैं तेरी राह पे चलकर मैं तेरे नाम से जाना जाता हूँ
जाने तुम कब आओगे
जाने तुम घर कब आओगे मेरी दिल की प्यास बुझाओगे बाहों में लेकर के मुझको कब अपना प्यार जताओगे जाने तुम घर कब आओगे आँखों मे नीद न आती है जब याद तेरी आ जाती यूं दूर दूर रह करके तुम जाने कब तक तड़पाओगे जाने तुम घर कब आओगे अब दूरी सही न जाये पिया रह रह के मे
जाने तुम कब आओगे
जाने तुम घर कब आओगे मेरी दिल की प्यास बुझाओगे बाहों में लेकर के मुझको कब अपना प्यार जताओगे जाने तुम घर कब आओगे आँखों मे नीद न आती है जब याद तेरी आ जाती यूं दूर दूर रह करके तुम जाने कब तक तड़पाओगे जाने तुम घर कब आओगे अब दूरी सही न जाये पिया रह रह के मे
मैं दीप जला के रखती हूँ
मैं दीप जला के रखती हूँ रातों मे तुम कब आ जाओ मैं फूल बिछा के रखती हूँ जाने किस मोड़ से आ जाओ जाने कैसे मेरी रात कटी बिस्तर की सिलवट से पूछो रोए हम रातों मे कितना मेरी आँखो की लाली से पूछो बेचैनी बढ़ती है दिल की जब याद तेरी आ जाती है आंशू खुद ही ब
मैं दीप जला के रखती हूँ
मैं दीप जला के रखती हूँ रातों मे तुम कब आ जाओ मैं फूल बिछा के रखती हूँ जाने किस मोड़ से आ जाओ जाने कैसे मेरी रात कटी बिस्तर की सिलवट से पूछो रोए हम रातों मे कितना मेरी आँखो की लाली से पूछो बेचैनी बढ़ती है दिल की जब याद तेरी आ जाती है आंशू खुद ही ब
उलफत मे हम तुम्हारे दीवाने हो गए है
उलफत मे हम तुम्हारे दीवाने हो गए है उलफत मे हम तुम्हारे दीवाने हो गए है जबसे मिले है नयना मयखाने हो गए है उलफत मे हम तुम्हारे दीवाने हो गए है दिल की हर एक जगह पर बस नाम है तुम्हारा धड़कन मे तुम बसे हो हर सांस है तुम्हारा तेरे लबों पे मेरे अफसाने हो ग
उलफत मे हम तुम्हारे दीवाने हो गए है
उलफत मे हम तुम्हारे दीवाने हो गए है उलफत मे हम तुम्हारे दीवाने हो गए है जबसे मिले है नयना मयखाने हो गए है उलफत मे हम तुम्हारे दीवाने हो गए है दिल की हर एक जगह पर बस नाम है तुम्हारा धड़कन मे तुम बसे हो हर सांस है तुम्हारा तेरे लबों पे मेरे अफसाने हो ग
हम परदेसी हो गए
हम परदेसी हो गए चले थे रोटी की तलाश में कहाँ के थे कहाँ के हो गए हम परदेसी हो गए उलझे इस कदर इस तानेबाने में बेवफा बेमुरव्वत इस जमाने मे मिला किसी हसीन का दामन दामन थाम के सो गए हम परदेसी हो गए चलते चलते इस जिंदगी की शाम हो गई वो बचपन की यादें किसी क
हम परदेसी हो गए
हम परदेसी हो गए चले थे रोटी की तलाश में कहाँ के थे कहाँ के हो गए हम परदेसी हो गए उलझे इस कदर इस तानेबाने में बेवफा बेमुरव्वत इस जमाने मे मिला किसी हसीन का दामन दामन थाम के सो गए हम परदेसी हो गए चलते चलते इस जिंदगी की शाम हो गई वो बचपन की यादें किसी क