वीरेंद्र कुमार गुप्ता
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निजी इंजीनियरिंग इंडस्ट्री से सेवा निवृत इंजिनियर मेनेजर. आयु 81 वर्ष, अभी; भी कुछ लिखने पढने की जुस्तजू लगी रहती है. चार वर्ष तक; BITS पिलानी के एम्.बी.ए व एम्.टेक के छात्रों को क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम के लिए प्राध्यापक था. चार पुस्तकें भी लिखी हैं; क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टमज के विषय पर; विभिन्न टॉपिकों पर साहित्य और कविता पढ़ने में भी रूचि है. इस बारे में अन्य सदस्यों से संपर्क में रहना चाहूंगा . अभी अभी एक पुस्तक सरल हिंदी में श्रीमद्भगवद्गीता पर लिखी है -सामान्य व्यक्तियों के लिए मौलिक समझने के लिए. " श्रीमद्भगवद्गीता और आप " . आजकल सारा ध्यान संस्कृत पढ़ने व उसके द्वारा गीता और वेदों के अध्ययन पर है। **
चुनाव में मर्यादाएँ
29 मई 2024
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‘महात्मा’ वृत्रासुर और श्री विष्णु जी द्वारा जातिगत भेदभाव
11 मई 2024
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श्री हनुमान जी –रामचरित मानस v/s वाल्मीकि रामायण
27 मार्च 2024
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"निस्वार्थ भाव से आया आगंतुक"
8 दिसम्बर 2023
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सरल गीता ज्ञान -भाग 8 -कर्म करने की प्रक्रिया ---
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सरल गीता ज्ञान भाग 7 - कर्म किए जाने की प्रक्रिया
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25 अप्रैल 2023
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सरल गीता ज्ञान -3
4 जुलाई 2022
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