shabd-logo

लंपी स्किन वैक्सीन शीघ्र लगाए जाने की आवश्यकता है

23 सितम्बर 2022

26 बार देखा गया 26






लंपी स्किन वैक्सीन  शीघ्र लगाए जाने की आवश्यकता है 


मध्यप्रदेश में गाय में लंपी वायरस ने दी है दस्तक। कई राज्यों में अधिकांश जिलों में पशुओं पर लंपी वायरस के संक्रमण से पीड़ित करदिया है।लाखों गाय संक्रमित के अलावा हजारों की संख्या मे गायों को मौत हुई है।कई प्रदेशों में हेल्पलाइन नम्बर चिकित्सा हेतु जारी भी किया गया है।साथ ही लंपी वायरस का टीका मुफ्त लगाए जाने की घोषणा शासन द्वारा की गई।लंपी पॉक्स वायरस द्वारा पशुओं से पशुओं में फैलती है।यह रोग मच्छर,काटने वाली मक्खी और टिक्स द्वारा एक दूसरे पशुओं में फैलता है।इसमें बुखार रहकर पशुओं के शरीर पर गठानें उत्पन्न करता है।पशुओं को इस रोग से कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।जैसे दूध उत्पादन में कमी,गर्भपात,बांझपन बीमारियों आदि से पशुओं की मृत्यु भी हो जाती है।बीमारी के लक्षण दिखे तो तुरंत पशु चिकित्सक को सूचित किया जाना चाहिए।ताकि समय पर उचित इलाज शीघ्र मिल सकें।संक्रमित पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग कर देना चाहिए।क्वारेंटन का रखना चाहिए।पशुओं को हरा चारा,तरल खाद्य पदार्थ आहार में देना चाहिए।।ऐसा लगता है कि कोरोना की तरह गौ माता को टारगेट किया गया है।जैविक युद्ध Biological War भी हो सकता है। लाख से अधिक गोवंश पिछले कुछ दिनो मे मर गई। यह छुआछूत की बीमारी की शुरुआत जाम्बिया देश से हुई थी।बीमारी का पहला केस अफ्रीका में 1929 को सामने आया था।लगने वाले पशु बाजार में ,एवं अन्य राज्यों से पशुओं की खरीदी बिक्री जांच उपरांत बाद ही की जाना उचित होगी।इसपर नजर रखने हेतु एक अभियान चलाकर पशुपालन कर्ताओ में जागरूकता ला कर गोवंश को बचाने एवं उनके उचित इलाज हेतु सेवा का पुनीत कार्य हेतु भी तेजी लाया जाना होगा।इसके एहतियात बरतने हेतु पड़ोसी राज्यों से पशुओं की खरीदी जांच उपरांत की जाए।गायों के इलाज हेतु शीघ्र उपचार किया जाए ताकि लंपी वायरस ज्यादा ना फैल पाए।

आज भी कई घरों में गाय की रोटी रखी जाती है गाय का मूत्र गौ औषधि है । माँ शब्द की उत्पत्ति गोमुख से हुई है । मानव समाज में भी माँ शब्द कहना गाय से सीखा है ।जब गौ वत्स रंभाता है तो" माँ" शब्द गुंजायमान होता है । गौ -शाला में बैठकर किये गए यज्ञ हवन ,जप-तप का फल कई गुना मिलता है ।आज भी कई घरों में गाय की रोटी रखी जाती है । कई स्थानों पर संस्थाएं गौशाला बनाकर पुनीत कार्य कर रही है । जो की प्रशंसनीय कार्य है। गौ रक्षा पालन संवर्धन हेतु सामाजिक धार्मिक संस्थाएं एवं सेवाभावी लोग लगातार संघर्षरत है| लंपी पॉक्स वायरस को दूर करना आवश्यक है।

लंपी  वायरस कई राज्यों में तेजी से फैल रहा है।वैक्सीन का सफल परीक्षण शीघ्र हो ताकि  जल्द से जल्द वैक्सीन एक अभियान के तहत पशुपालकों के पशुओं को लग सकें।इससे संक्रामक बीमारी अन्य दुधारू पशुओं में फैलने से रोक सकें।लंपी वायरस  का जानवरों में खतरा तेजी से बढ़ रहा है।बीमारी से ग्रसित दुधारू गाय और भैंस की दूध देने की क्षमता घट रही है।लँपी वायरस के खतरे को देखते हुए कई प्रदेशों में गोट पॉक्स की वैक्सीन लगाने की एडवाइजरी से पशुओं के मरने की घटनाएं कम हुई है।किंतु लंपी  स्किन वैक्सीन की शीघ्र लगाए जाने की आवश्यकता है।ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सकें।आशा है  शीघ्र वैक्सीन लगाने से ही दुधारू पशुओं की जान की सुरक्षा हो सकेगी।सामाजिक संगठनों को भी गो सेवा अभियान में जागरूक होना होगा।


संजय वर्मा"दॄष्टि"

125,बलिदानी भगत सिंह मार्ग

मनावर जिला धार मप्र 454446






 

संजय वर्मा " दॄष्टि " की अन्य किताबें

1

लोग वाकई ना समझ है

14 जनवरी 2022
0
0
0

लोग वाकई ना समझ है वर्तमान में कई वृद्ध झेल रहे परिजनों का तिरस्कार।जिसकी मुख्य वजह जैसे   आधुनिकीकरण ,कामकाजी लोगो का स्थानांतरण व् युवाओ का शहरों की ओर पलायन आदि से बुजुर्गो की अनदेखी हो रही है

2

तंबाकू निषेध से जागरूकता लाने का प्रयास करें

14 जनवरी 2022
0
0
0

तंबाकू निषेध से जागरूकता लाने का प्रयास करें   तंबाकू सेवन से जन्मे अनेक रोगों से बचने हेतु सलाह दी जाना चाहिए।एक जानकारी के मुताबिक बढ़ती लत कारण मुख केंसर के मरीजो की संख्या लाखों के लगभग है |घ

3

लंपी स्किन वैक्सीन शीघ्र लगाए जाने की आवश्यकता है

23 सितम्बर 2022
0
0
0

लंपी स्किन वैक्सीन  शीघ्र लगाए जाने की आवश्यकता है  मध्यप्रदेश में गाय में लंपी वायरस ने दी है दस्तक। कई राज्यों में अधिकांश जिलों में पशुओं पर लंपी वायरस के संक्रमण से पीड़ित करदिया है।

4

मोबाइल संदेश अग्रिम त्योहार एवं कार्यक्रमों की अग्रिम शुभकामनाएं देने को उतावला

23 सितम्बर 2022
0
0
0

मोबाइल संदेश अग्रिम त्योहार एवं कार्यक्रमों की अग्रिम शुभकामनाएं देने को उतावला वर्तमान में फेसबुक, वाट्सअप ने टॉकीज, टीवी,वीडियो गेम्स, रेडियो आदि को काफी पीछे  छोड़ दिया।कहने का मतलब ह

5

रावण की ममी और दाह संस्कार का रहस्य

23 सितम्बर 2022
0
0
0

रावण की ममी और दाह संस्कार का रहस्य  रामायण काल के 10000 साल बाद शोधकर्ता एस वी सुदर्शन के अनुसार रावण का दाह संस्कार  नहीं किया गया और उसकी ममी श्रीलंका में मौजूद है | रणभूमि में भगवान राम के द्

6

संजा: प्रेम ,एकता और सामंजस्य का सृजन करती

23 सितम्बर 2022
0
0
0

संजा:  प्रेम ,एकता और सामंजस्य  का सृजन करती    लोककलाओं की संस्थाए में बड़ी संख्या में लड़कियाँ एकत्रित होकर संजा बनाती है। छत्तीसगढ़ ,बुंदेलखंड क्षेत्र में लड़किया झाड़ की पत्तियाँ को विशेषकर नीबू को

7

संरक्षण के प्रयास में सभी पक्षी प्रेमियों का योगदान आवश्यक

23 सितम्बर 2022
0
0
0

संरक्षण के प्रयास में सभी पक्षी प्रेमियों का योगदान आवश्यक  धार जिले की सरदारपुर तहसील में व् मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के स्थानों के अलावा महाराष्ट्र,गुजरात, हरियाणा, आंध्रप्रदेश में भी ये देखे गए

8

नदी की गुहार

23 सितम्बर 2022
0
0
0

नदी की गुहार जिंदगी क्या है एक बहती नदी जो सुख दुःख के किनारों से  टकराकर चलती चलती तो है जब दुःखो का पहाड़  गिरता तो बादल से रिश्तें मुँह मोड़ लेते नदियाँ सूखने लगती

9

संजा

23 सितम्बर 2022
0
0
0

संजा गांवों में घरो की दीवारों पर  ममता भरा  आँचल का अहसास होता  जब मंडती संजा दीवारें सज जाती गाँव की  और संजा बन जाती जैसे दुल्हन  प्रकृति के प्रति स्नेह को  दीवारों पर जब बा

10

तितलियों की विलुप्त प्रजाति बचाने पर ध्यान दिया जाए

23 सितम्बर 2022
0
0
0

तितलियों की विलुप्त प्रजाति बचाने पर ध्यान दिया जाए कुछ समय पहले मध्य प्रदेश से पर्यावरण प्रेमियों के लिए बहुत ही अच्छी खबर आई थी की दो कीटविज्ञान शास्त्री  ने तितली की एक प्रजाति,एक्सेरसिस ब्लू ढूंढ

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए