माँ सा प्रेम
स्नेह नही मिलता
किताबे मिलती
पर पढ़ाने वाली
उंगलिया नही दिखती
निच्छल अब गोद नही मिलती
आँख में आँस पर
लोरी के वो बोल नही मिलते
तसवीर में क्यों छिपकर बैठी माँ
तेरे बिन कलेजे को ठंडक नही मिलती
दूर हो शरीर से
पर तेरे सिवा किसी की
सूरत ह्दय में नही बसती (आशु)