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महाराष्ट्र में लोकायुक्त कानून

19 दिसम्बर 2022

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लम्बे समय से प्रसिद्द समाजसेवी अन्ना हजारे द्वारा महाराष्ट्र सरकार से लोकायुक्त कानून लाने की मांग की जा रही थी। इस कानून को लेकर वर्ष 2016 में भी अन्ना हजारे ने रालेगण सिद्धि में अनशन किया था। तत्समय महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अन्ना हज़ारे का अनशन तुड़वाकर उनकी सभी शर्ते मानकर लोकायुक्त कानून बनाने के लिए एक कमेटी गठित की थी, जिसमें  सरकार और अन्ना हजारे के पांच-पांच सदस्यों ने मिलकर लोकायुक्त कानून का ड्राफ्ट तैयार किया था। किन्तु उसके बाद उद्धव ठाकरे की सरकार सत्ता में आई तो मामला ठन्डे बस्ते में चला गया। लेकिन अभी जब फिर से  अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद ४ मंत्रियोँ के खिलाफ जन आंदोलन की चेतावनी दी तो वर्तमान शिंदे सरकार ने समाजसेवी अन्ना हजारे की मांग को मानते हुए महाराष्ट्र सरकार में लोकायुक्त कानून लाने का फैसला किया है। इस विषय पर गंभीर विचार करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पारदर्शिता के साथ सरकार चलाने एवं राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए राज्य में लोकपाल की तर्ज पर लोकायुक्त नियुक्त करने का ऐलान किया है।  इसके लिए वे कैबिनेट की बैठक में अन्ना हजारे कमेटी की रिपोर्ट को मंजूरी देते हुए इस विषयक बिल आने वाले विधान सभा सत्र में लाकर उसे पारित करेंगे। यह लोकायुक्त कानून मुख्यमंत्री से लेकर पूरे मंत्रिमंडल पर लागू होगा। भ्रष्टाचार दूर करने का लिए लोकायुक्त को कैबिनेट ने अपनी मंजूरी दे दी है।

लोकायुक्त की स्थापना के लिए उड़ीसा में सर्वप्रथम कानून पारित हुआ था लेकिन इसके गठन का श्रेय सर्वप्रथम महाराष्ट्र को जाता है। इसके बाद राजस्थान में  और फिर एक-एक करके अब तक 20 से अधिक राज्यों में लोकायुक्त संस्था का गठन किया जा चुका का है।  यह संस्था भारत सरकार द्वारा गठित की गई एक ऐसी संस्था होते है, जिसके द्वारा भ्रष्टाचार पर रोकथाम लगाकर उसे नियंत्रित करती है। देश के अलग-अलग राज्योँ में यह लोकायुक्त या उपलोकायुक्त नाम से जाना जाता है। इसका कार्य राज्य से मिली किसी भी प्रकार की शिकायत पर निष्पक्ष जाँच करना होता है।  यह राज्य सरकार एवं मंत्रियो के विभागों के अधिकारी/कर्मचारियों के विरुद्ध मिली शिकायतों की प्राप्ति पर उनका पंजीकरण करता है। यह सभी प्रकार के भ्रष्टाचार सम्बन्धी शिकायतों की जाँच करता है तथा ठोस तथ्योँ के आधार पर दंड भी निर्धारित कर सकता है। यह किसी भी विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत की जाँच के लिए सक्षम अधिकारी को वहां नियुक्त करता है, जो एक स्वतंत्र एवं निष्पक्ष इकाई के रूप में अपनी रिपोर्ट लोकायुक्त संगठन को सौंपता हैं। लोकायुक्त इन रिपोर्ट को अपनी वार्षिक रिपोर्ट में राज्यपाल को देते हैं।  लोकायुक्त के क्षेत्राधिकार में मुख्यमंत्री को छोड़कर पूरा मंत्रिमंडल आता है। जहाँ किसी मंत्री के भ्रष्टाचार सम्बन्धी शिकायत की जाँच एवं सजा देने का अधिकार लोकायुक्त को होता है। लोकायुक्त राज्य के उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश या फिर उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त जज हो सकते हैं। इसमें अध्यक्ष का चुनाव राज्यपाल के द्वारा किया जाता है।  इसमें अधिकतम आठ सदस्यों का प्रावधान है, जो न्यायिक क्षेत्र से सम्बंधित होने के साथ ही न्यायप्रिय एवं स्पष्ट न्याय करने वाले व्यक्ति होते हैं। इन्हें संविधान के अनुच्छेद 311 के अनुसार उसके व्यवहार क्षमता के आधार पर राज्यपाल द्वारा पद से हटाया जा सकता है।  


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रचनाएँ
देश-दुनिया का चिंतन (दैनन्दिनी दिसंबर 2022)
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इस माह दिसम्बर के अंक में प्रस्तुत हैं- राजनीति में भाई-भतीजावाद, देश में व्याप्त प्रदूषण, बेरोजगारी, भारत के युवा और उनमें बढ़ता तनाव, दैनिक जीवन में प्रौद्यौगिकी का प्रभाव, अपने नेता चुनने का तरीका, भारत में बुलेट ट्रेन का विकास, आज की दुनिया में ट्विटर का महत्व, लोकायुक्त कानून, संस्कृति का महत्व, बिजली बिल भुगतान ठगी का तरीका, वैश्विक आतंकवाद आदि विषय पर देश-दुनिया का चिंतन।
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भाई-भतीजावाद

1 दिसम्बर 2022
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बचपन में देश-विदेश के राजा-महाराजाओं की कहानियां सुनने-पढ़ने में बड़ा आनंद मिलता था। जो राजा-महाराजा अपनी प्रजा की खुशहाली और उनके सुख-दुःख की चिंता-फ़िक्र कर राजकाज करते थे, उनकी कहानी पढ़कर मन बड़ा हल्का

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राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस

2 दिसम्बर 2022
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वर्ष 1984 में भोपाल में हुई विश्व की सबसे भीषण औद्योगिक त्रासदी के दौरान हज़ारोँ की संख्या में जान गवाँने वाले मृतकों की याद में प्रतिवर्ष 2 दिसंबर को 'राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस' (National Pollut

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बेरोजगारी

4 दिसम्बर 2022
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हमारे देश में अनेक विकट समस्याओं में बेरोजगारी भी एक प्रमुख समस्या है।  आज बेरोजगारी का यह आलम है कि जब एक युवा जीवन को नए सिरे से प्रारम्भ करने के लिए हाथ में इंजीनियर, डॉक्टर, वैज्ञानिक, व्याख्याता,

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भारत का युवा

5 दिसम्बर 2022
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कठोपनिषद में युवा उसे बताया गया है, जिनकी ऊर्जा अक्षुण्ण, यश अक्षय, जीवन अंतहीन, प्राकर्म अपराजेय, आस्था अडिग और संकल्प अटल होता है। युवा किसी भी देश के प्राण तत्व, उसकी गति, स्फूर्ति, चेतना और ओज होत

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युवाओं में बढ़ता तनाव

6 दिसम्बर 2022
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स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् भले ही हमारे देश ने हर क्षेत्र में प्रगति की हैं, लेकिन नौकरियाँ देने के मामले में आज भी हम बहुत पिछड़े हुए हैं।  युवा वर्ग जब दिन-रात एक करके बड़ी-बड़ी डिग्री हासिल कर उन्

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दैनिक जीवन में प्रौद्यौगिकी का प्रभाव

8 दिसम्बर 2022
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आज की दुनिया इंटरनेट के मजबूत स्तम्भ पर टिकी हुई है, जिसका आधार प्रौद्यौगिकी है। इसके बिना जीवन के किसी भी क्षेत्र में प्रगति करना असंभव है। प्रतिदिन होने वाले नवीन वैज्ञानिक आविष्कार विश्व भर में नई

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चुनाव : अपने नेता चुनने का एक तरीका

10 दिसम्बर 2022
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लोकतंत्र में जनता अपने द्वारा अपने लिए शासकों का चयन करता हैं।  लोकतंत्र में चुनाव द्वारा जनता अपने नेता को चुनता है। अमेरिका के विख्यात राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने लोकतंत्र को, "जनता के लिए, जनता द्व

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भारत में बुलेट ट्रेन का विकास

14 दिसम्बर 2022
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हमारे भोपाल में तो अभी मेट्रो का काम चल रहा है। शायद १-२ वर्ष बाद कुछ स्थानोँ पर मेट्रो दौड़ने लगेगी। मेट्रो में सफर का मौका दिल्ली जाकर ही मिलता है, क्योकिं वहां आना-जाना लगा रहता है। दिल्ली में अधिका

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आज की दुनिया में ट्विटर का महत्व

15 दिसम्बर 2022
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आज का युग सूचना क्रांति का युग है। इस सूचना क्रांति के आधुनिक दौर में सोशल मीडिया अहम भूमिका के रूप में हम सबके सामने है। एक ओर जहाँ यह   आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक प्रगति में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभ

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20 दिसम्बर 2022
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समाज और संस्कृति मानवता के दो आधार स्तम्भ होते हैं। मनुष्य सामाजिक प्राणी है, उसके बिना उसका न केवल विकास अपितु जीवन भी मुश्किल होता है। संस्कृति को मानवीय आदर्शों, मूल्यों, स्थापनाओं एवं मान्यताओं का

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बेंगलुरु में बिजली बिल भुगतान घोटाला

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मुम्बई और दिल्ली के बाद बेंगलुरु भारत का तीसरा सबसे बड़ा शहर और मुंबई, दिल्ली, कोलकाता एवं कानपुर के बाद पाँचवा सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र है। यह देश की अग्रणी सूचना प्रौद्योगिकी (IT) के लिए विख्यात ह

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जिंदगी को क्या कहूं

28 दिसम्बर 2022
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जिंदगी को क्या कहूँ? अतीत का खंडहर या फिर भविष्य की कल्पना! भविष्य की आशा में अटका आदमी उठता, बैठता, काम करता बड़ी हड़बड़ी में भागता रहता कुछ निश्चित नहीं किसलिए? जिंदगी में कितने झूठ बना लेता

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बढ़ते आतंकवाद का विश्लेषण

29 दिसम्बर 2022
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आज भी विश्व का शायद ही कोई ऐसा देश होगा जहाँ किसी न किसी रूप में आतंकवाद देखने को नहीं मिलेगा। यदपि आज विश्व के विकसित देशों के साथ ही विकासशील देशों की एकजुटता के कारण वे आतंकवाद के पर कतरने में बहुत

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लाठी मारने से पानी जुदा नहीं होता है

30 दिसम्बर 2022
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लाठी मारने से पानी जुदा नहीं होता है। हर पंछी को अपना घोंसला सुन्दर लगता है।। शुभ कार्य की शुरुआत अपने घर से की जाती है। पहले अपने फिर दूसरे घर की आग बुझाई जाती है।। दूसरे के भरे बटुए से अपनी

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