आज की दुनिया इंटरनेट के मजबूत स्तम्भ पर टिकी हुई है, जिसका आधार प्रौद्यौगिकी है। इसके बिना जीवन के किसी भी क्षेत्र में प्रगति करना असंभव है। प्रतिदिन होने वाले नवीन वैज्ञानिक आविष्कार विश्व भर में नई क्रांति ला रहे हैं। आज मानव जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में तकनीकी का देवता अपना आधिपत्य जमाया हुआ है। हमारे दैनिक जीवन में छोटे से लेकर बड़े स्तर तक प्रौद्यौगिकी का गहरा प्रभाव है। इसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती हैं। यह हमारी नई डिजिटल युग की जीवन रेखा है, जहाँ दिन-प्रति-दिन इसके विस्तार से हम निरंतर आगे बढ़ते जा रहे हैं। नए आविष्कार, दृटिकोण, शोध, स्वचालित यन्त्र, आईटी, चिकित्सा, शिक्षा, संचार या फिर अंतरिक्ष का ही क्षेत्र क्योँ न हो, प्रौद्यौगिकी के उपयोग के बिना संभव नहीं है। आज बढ़ती जनसँख्या के कारण आवास समस्या निदान के लिए बनायीं जाने वाली गगंचुम्भी इमारतें हो या उनमें लगायी जाने वाली लिफ्ट या फिर स्केलेटर निर्माण सब में प्रौद्यौगिकी के उपयोग निर्मित होते हैं। संचार में अभूतपूर्व परिवर्तन प्रौद्यौगिकी का ही नतीजा है।
आज तो मानव मस्तिष्क तक का काम भी कंप्यूटर करने लगा है, जहाँ मानव शरीर में रासायनिक परिवर्तन, स्नायुओं की गतिविधि, रोगों का निदान, दवाइयोँ का विधान सबमें प्रौद्यौगिकी का उपयोग किया जाता है। इसके साथ ही प्रौद्यौगिकी के उपयोग से ही हवाई जहाजों की गति, दूरी, ऊँचाई, खतरा कंप्यूटर पर देख पाना और उस पर नियंत्रण बनाये रखना संभव हो पाता है। आज हमारे देश ही नहीं विश्व भर में मानव को स्वस्थ, सुखी, समृद्ध और जीवन को सर्वाधिक आनंदप्रद बनाने के लिए प्रौद्यौगिकी का उपयोग सर्वाधिक स्तर पर किया जा रहा है।