नन्हीं सी जान को दूध पिलाते वक़्त, सबकी नजर से बचाने का उपाय है मां का आंचल..... पिता की डांट से बचने के लिए, छुपने की एकमात्र जगह हैं मां का आंचल....... व्यस्त हाथों से बहती नाक को, पोंछने के लिए रूमाल है मां का आंचल......... ज़िन्दगी की कड़ी धूप में घनी छांव है, मां का आंचल........ भागते दौड़ते इस जीवन में नर्म मुलायम एहसास है। मां का आंचल........ ओर भी न जाने क्या-क्या है मां का आंचल लेकिन कठिनाइयों में सदा आशीर्वाद है , मां का आंचल।