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मंज़िल

25 अगस्त 2019

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ख्वाहिशों की मंज़िल

बहुत मुश्किल हैं

हिम्मत के रास्ते

से चलना हैं

रहे कुले हैं

बस आज़माने की देरी हैं

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रचनाएँ
tejaswihindisahitya
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मैं अपनी जुबान को अपनी कलम के द्वारा जाहिर करने की एक कोशिश कर रहा हूँ.
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दिल की बात

25 अगस्त 2019
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जो लफ़्ज़ों से होती नहीं बयान उन्हें आँखे जाती हैं आंखो से नहीं पद्सकें तो मेरी खामोशी को पहचान लो दिल से दिल तक बात पहुंचाने के बहुत रास्ते हैं बस सुनने और समझने की ही देरी हैं

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मंज़िल

25 अगस्त 2019
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ख्वाहिशों की मंज़िल बहुत मुश्किल हैं हिम्मत के रास्ते से चलना हैं रहे कुले हैं बस आज़माने की देरी हैं

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तलाश

8 सितम्बर 2019
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तलाश हैं उन राहों कि जो मंज़िल तक पहुंचा सकती हैंतलाश हैं उस रौशनी कि जो अँधेरे को मिटा सकती हैं तलाश हैं उस हकीकत कि जो सपनों को सच बना सकती हैं तलाश हैं उन पलों कि जो ज़िंदगी को पूरी कर सकती

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मिलना

13 अक्टूबर 2019
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कोई तकदीर से मिलते हैं तो कोई दुआ से कोई चाहत से मिलते हैं तो कोई तकरार से कोई कोशिश से मिलते हैं तो कोई मजबूरी से ज़िन्दगी की राहों में मिलना तो तै हैं चाहे वो कैसे भी हो. ...

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ज़िन्दगी है

4 नवम्बर 2019
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ज़िन्दगी है चलना हैं तो चलना हैं रास्ते में काटें हैं उनको कुचलकर चलो रास्ते में फूल हैं उनको सूँघकर चलो रास्ते में हार हैं उसको हराकर चलो रास्ते में जीत हैं उसको गले लग कर चलो रास्ते में यादें हैं उनको मुट्ठी में बंद करके चलो रास्ते में सबक हैं उसको धौराते

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