माटी को संवारने वाला अन्न का दाता काली सड़कों पर अपने हक के लिए अड़ा है। खुले रूप से मिले सबको ताजा ताजा, पैकेटों में बंद होकर बिकने वाली चीजें, उनके हक और न्याय के लिए अड़ा है। लाल बहादुर शास्त्री ने दिया था नारा... "जय जवान जय किसान" आज दोनों को एक दूसरे के सामने खड़ा देखा है। राजनिति ने बेटियां,
ये माटी में मिल जाएगी,मिल जाएगी रे बन्दे कंचन काया कंचन काया,उस मालिक ने सब जीवो में तुझको सरेष्ठ बनाया है.मोह माया में फस कर तूने जीवन व्यर्थ गवाया है,सात कर्मो के खातिर तूने पाई है बन्दे कंचन काया,ये माटी में मिल जाएगी.....हर पल तेरी सांसे घटती जीवन एक जलमेला है,जगत जाल में आन फसा तू खुद को ऐसा बो
पाकिस्तानी हैं भारतीय गुजरा कलमाटी थी भारतीय और भारतीय थे फलएक समान थे भारतीय हवा, जल और स्थल सूझवान बनाओ भगवान उनको सूझवान बनाओवो भी थे कभी भारतीय घर-बाहर और भारतीय घाटवर्तमान में जो कहलाते हैं पाकिस्तानी खाट, बाट, हाट सूझवान बनाओ भगवान उनको सूझवान बनाओवो भी थे कभी भारतीय तन, मन और धनथे वो भी कभी भ